नादिया के नवद्वीप इलाके में सड़क पर छोड़े गए सैकड़ों वोटर कार्ड मिले

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के नवद्वीप में सड़क किनारे सैकड़ों वोटर कार्ड लावारिस हालत में पाए जाने के बाद राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है।

सोमवार रात नवद्वीप हॉस्पिटल रोड के पास ऐसे वोटर कार्ड मिलने से स्थानीय लोगों में चिंता फैल गई और जांच करने पर पता चला कि अधिकतर कार्ड स्थानीय लोगों के थे। पुलिस को इस संबंध में सूचित दिये जाने के बाद उसने इन कार्डों अपने कब्जे में ले लिया है और स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।

जांच के दौरान पता चला कि वे कार्ड असल में डुप्लीकेट थे क्योंकि स्थानीय निवासियों ने माना कि उनके वोटर कार्ड उनके घरों में सही-सलामत थे। एक स्थानीय युवक चिन्मय भट्टाचार्य ने दावा किया कि उन्हें इन कार्डों में एक परिवार के सदस्यों के तीन कार्ड और पति-पत्नी के कई कार्ड मिले हैं और शायद सभी डुप्लीकेट हैं।

नवद्वीप पुलिस ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि वे कार्ड वहां कैसे आए और इसके पीछे कौन था। पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की कि क्या किसी का वोटर कार्ड खो गया है। एक भी व्यक्ति ने हालांकि यह नहीं कहा कि उसका ईपीआईसी कार्ड खो गया है।

भारतीय जनता पार्टी के एक स्थानीय नेता अमर देबनाथ ने दावा किया कि चूंकि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया चल रही है इसलिए हो सकता है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने वोट फ्रॉड में पहचाने जाने के डर से ऐसा किया हो।

उन्होंने दावा किया कि इलाके में कई ऐसे लोग हैं, जिनके पास पुराने और नए वोटर कार्ड के साथ-साथ नकली कार्ड भी हैं। तृणमूल नेता जेएल दास ने इससे इनकार करते हुए दावा किया कि यह भाजपा की चाल है और पोल पैनल से इस मामले की जांच करने की मांग की।