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सबगुरु न्यूज-सिरोही। भाजपा की पत्रकार वार्ता के ठीक बाद सिरोही की ही एडीजे कोर्ट ने गुरुवार को उस विवाद पर विराम लगाकर पिछले पांच महीने से ये चर्चा सिरोही में अंदरखाने चल रही थी और दिसंबर में एकाएक राजनीतिक भूचाल रूप में सामने आई। वो ये कि रामझरोखा में चल रही आदर्श विद्या मंदिर स्कूल की विद्यालय समिति ने जो लीज डीड की थी वो अवैध है। एडीजे कोर्ट के निर्णय ने आदर्श विद्या मंदिर की लीज डीड का भविष्य भी तय कर दिया है।एडीजे कोर्ट के न्यायाधीश ललित डाबी ने सिरोही ने इसी तरह की लीज डीड को शून्य घोषित कर दिया है ।

भाजपा और हिंदूवादी संगठनों ने 2017 में शहर में हंगामा बरपाया था। रामझरोखा मंदिर का ही एक भाग है राजगुरुद्वारा। ये रामझरोखा से करीब एक किलोमीटर दूर मुख्य शहर में पैलेस रोड पर है। ये भी बहुत बड़ी सम्पत्ति है। इसी संपत्ति में सिरोही का एक और प्रमुख राम लक्ष्मण मंदिर है। इसी मंदिर की जमीन का करीब 700 वर्गफीट हिस्सा 2017 में इसी परिसर के एक लीजधारक को दिया था। इसकी जानकारी सार्वजनिक होने पर भाजपा नेताओं ने जमकर हंगामा किया था। ये जमीन भी महंत ने दुकानदार को 99 साल की लीज वैसे ही पर दे दी थी जैसे आदर्श शिक्षा समिति ने रामझरोखा की जमीन को लीज पर लिया है और अब कांग्रेस ने बवाल काटा है । इस जमीन पर हंगामा होते देखकर प्रशासन ने तुरंत ही रिसीवर नियुक्त कर दिया था ताकि इस जमीन का बेचान, रेहन और नामांतरण नहीं किया जा सके। ये एग्रीमेंट भी बिना रजिस्ट्री के नोटरी करवाया गए था जैसे करने की दलील गुरुवार को पत्रकार वार्ता में भाजपा नेता कर रहे थे। इस जमीन को 99 साल की लीज पर देने को लेकर देवस्थान विभाग जोधपुर के सहायक आयुक्त ने महंत सीताराम दास को नोटिस दिया था। 2018 में दिए इस नोटिस में बताया गए था कि 99 साल की लीज का मतलब होता सम्पत्ति हस्तांतरण महंत को ये करने का अधिकार नहीं था।
इस मामले में देवस्थान बोर्ड के सहायक आयुक्त ने सिरोही एडीजे कोर्ट में चैलेंज किया। देवस्थान बोर्ड के साथ मंदिर की नियंत्रण एवं सलाहकार समिति भी प्रतिवादी बना था। सिरोही के एडीजे कोर्ट ने इस मामले में गुरुवार को फैसला सुना दिया। एडीजे ने इस लीज डीड को शून्य मानते हुए इसे निरस्त कर दिया है। न्यायालय सीतारामदास को ये निर्देश दिए हैं कि वो न तो इस सम्पत्ति में किसी तरह का निर्माण करवाए और न ही कब्जा करवाए। ऐसे में एडीजे कोर्ट ने आरएसएस के प्रकल्प आदर्श शिक्षा समिति के द्वारा रामझरोखा के महंत सीताराम दास के साथ मंदिर को भूमि को 99 की लीज लेने के एग्रीमेंट का भविष्य तय कर दिया है।



