मतदाता सूची पुनरीक्षण आदेश आते ही आबूरोड भाजपा में सिर फ़ुटव्वल

सबगुरु न्यूज – आबूरोड। वन स्टेट वन इलेक्शन के तहत भजनलाल सरकार ने 49 नगर पालिका चुनावों को स्थगित रखकर वहां प्रशासक बैठा दिए थे। राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा भजनलाल सरकार के निर्णय को अवैधानिक घोषित करते हुए चुनाव करवाने के आदेश आने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग सक्रिय हो गया। राज्य निर्वाचन आयोग ने 22 अगस्त को 49 नगर निकायों की मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण के आदेश जारी किए। इससे नगर निकाय चुनावों के देर से होने की आशंका के बादल कुछ छट गए हैं।

इसी साल के अंत में नगर पालिका चुनाव होने की संभावना को देखते हुए जिले में राजनीतिक पार्टियों में हलचल तेज हो गई है। आबूरोड में टिकिट देने और टिकिट कटवाने को लेकर भी हलचल तेज हो गई। आबूरोड में भाजपा में इसी को लेकर सोशल मीडिया पर आरोप प्रत्यारोप चलने लगे है। ये बात अलग है कि जिन 49 नगर निकायों में प्रशासक बैठाए गए थे उनमें आबूरोड नगर पालिका शामिल नहीं है।

पार्षद ने कइयों को लिया लपेटे में

आबूरोड नगर पालिका के भाजपा पार्षद अर्जुनसिंह की आबूरोड के व्हाट्स एप समूहों में डाली गई पोस्ट में संगठन के कई पदाधिकारियों को आडे हाथों ले लिया है। इसमें एक पूर्व मंडल अध्यक्ष को संबोधित करते हुए उन्होंने अनुरोध किया कि उनको (अर्जुनसिंह को) टिकिट मिलेगा या नहीं मिलेगा। उन्हें टिकिट देना है या नहीं देना है। उनका टिकिट कटवाना है या दिलवाना है। इस पर समय पर चर्चा की जाए तो अच्छा है।

अर्जुनसिंह ने नाम लिखे बिना आगे भाजपा के एक और नेता को इसी पोस्ट में लपेटा। उन्होंने लिखा कि अभी से लाॅबिंग करने से कोई फायदा नहीं होगा। और जिससे आप लाॅबिंग करवा रहे हो वह पूर्व में प्रदेश अध्यक्ष के दाएं-बाएं थे। उसके बाद भी खुद की जिला परिषद व पंचायत समिति की टिकिट नहीं ले सके।

इन्हीं नेता की एक और विफलता गिनाते हुए उन्होंने लिखा कि उनके खासमखास जिला उपाध्यक्ष को तो वह पार्षद का टिकिट तक नहीं दिलवा सके। उन्होंने पूर्व मंडल अध्यक्ष को ऐसे लोगों के भरोसे नहीं रहने और लम्बी प्लानिंग करने का मशविरा दिया। उन्होंने आगे लिखा कि आप खुद भी निष्कासित रहे हो और वफादार व निष्ठावान होने का मुखोटा पहन रखा है। जो भी करो भूत, वर्तमान और भविष्य का ध्यान रखकर करने के मशविरे के साथ अर्जुनसिंह ने अपनी पोस्ट को समाप्त किया।

भाजपा में है ये चर्चा

भाजपा में अंदरखाने जो चर्चा है उसके अनुसार एक पूर्व मंडल अध्यक्ष रीको के भाजपा के एक पूर्व पदाधिकारी के पास गए थे। अर्जुनसिंह के पास ये बात पहुंची कि इस मुलाकात के दौरान उन्हें टिकिट नहीं दिए जाने को लेकर बात हुई। इस पर अर्जुनसिंह ने दोनों पर निशाना साधते हुए ये पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली। अर्जुनसिंह आबूरोड में भाजपा के फिलहाल सबसे वरिष्ठ पार्षद हैं। ये 1990 के भाजपा के टिकिट से आबूरोड नगर पारिषद से चुनाव लडते आ रहे हैं। इन्हें सात बार टिकिट मिला और ये छह बार पार्षद चुनकर नगर पालिका में पहुंचे। अगस्त 2015 में हुए नगर पालिका चुनावो में उन्हें वार्ड संख्या 27 से भाजपा का प्रत्याशी बनाया गया था। भाजपा के जिला मंत्री रितेश सिंह बागी होकर उनके सामने निर्दलीय खड़े हुए थे और अर्जुनसिंह को हरा दिया था।