अजमेर। राजस्थान आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ (BMS) प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मंजू बाला आत्महत्या प्रकरण को लेकर राजस्थान के प्रत्येक जिले में कलेक्टर के जरिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
इसी क्रम में भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ जिला अजमेर ने भरी बरसात में भी डाक बंगले से रैली कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली तथा जोरदार प्रदर्शन किया। अतिरिक्त कलेक्टर गजेन्द्र सिंह को सौंपे गए ज्ञापन में मांग की गई कि गत दिनों उदयपुर जिले की भीलू राणा बस्ती स्थित केन्द्र पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अंजू बाला से महिला पर्यवेक्षक कार्यालय स्टाफ एवं कार्यकर्ता ने अनाधिकृत रूप से डेढ़ लाख रुपए की मांग की।
उसे प्रताड़ित करने वालों में जया बीरवाल, शारदा बीरवाल, क्लर्क दिनेश मीणा, कार्यकर्ता अतीक अहमद शामिल रहे। आत्महत्या के पूर्व मृतक अंजू बाला को अपमानजनक भाषा का उपयोग कर डेढ़ लाख रुपए की मांग करते हुए प्रताड़ित किया गया। इसी कारण अंजू बाला ने आत्महत्या की।
ज्ञापन में मांग की गई है कि उपरोक्त अधिकारियों, कर्मचारी, कार्यकर्ता को तुरंत प्रभाव से हटाकर निष्पक्ष जांच करवाई जाए साथ ही आत्महत्या प्रकरण में लिप्त लोगों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाए। परिवारजन के एक व्यक्ति को नोकरी व 50 लख रुपए मुआवजा दिलाए जाए।
भामसं ने चेतावनी देते हुए कहा है कि इस प्रकरण में अतिशीघ्र कार्यवाही नहीं हुई तो विवश होकर संपूर्ण राजस्थान में अनिश्चितकालीन धरना, प्रदर्शन किया जाएगा।
मानदेय जमा ना होने की समस्या
इसके अलावा अजमेर शहरी परियोजना में 9 कार्यकर्ताओं का केंद्र सरकार का मानदेय जमा नहीं है हो रहा है, जबकि राज्य सरकार का मानदेय उनके बैंक खाते में जमा हो रहा है। इस खाते में नहीं जमा होने पर राजस्थान पोषण में तकनीकी खराबी का हवाला दिया जाता है। कलक्टर से निवेदन किया गया कि महिला बाल विकास विभाग अजमेर के अधिकारियों को आदेश कर समस्या से राहत प्रदान कराएं।
ज्ञापन देने वालों में भोलानाथ आचार्य, कल्पना मिश्रा, धर्मेंद्र हिंडोनिया, विजयलक्ष्मी छीपा, ममता सेन, कृष्ण शर्मा, रजनी बाला सीमा टांक, उर्मिला पवार, रितु शर्मा, जयश्री, शशि, सरस्वती, रमा देवी, सहित सैकड़ों महिला कार्यकर्ता शामिल रहीं।