बारां। राजस्थान में बारां जिले के अंता विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव- 2025 के तहत गुरुवार को नामांकन पत्रों की संवीक्षा के बाद एक उम्मीदवार का नामांकन पत्र खारिज हुआ है।
निर्वाचन विभाग के सूत्रों ने बताया कि कुल 21 अभ्यर्थियों द्वारा नाम नामांकन पत्र प्रस्तुत किए गए थे। संवीक्षा के दौरान उर्मिला जैन (कांग्रेस) का नामांकन पत्र खारिज हुआ। इसके बाद अब कुल 20 अभ्यर्थी चुनावी मैदान में शेष रह गए हैं।
निर्वाचन विभाग के अनुसार नाम वापसी की अंतिम तिथि 27 अक्टूबर निर्धारित की गई है। इसके बाद प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी की जाएगी। अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए 11 नवम्बर को मतदान होगा।
मैं अपने विवेक से चुनावी मैदान में उतरा हूं : रामपाल
बारां जिले के अटरू के पूर्व भारतीय जनता पार्टी विधायक रामपाल मेघवाल ने कहा है कि अंता उपचुनाव में वह खुद अपने विवेक से खड़े होकर मैदान में उतरे हैं। रामपाल ने गुरुवार को यहां कहा कि यह कहना बेमानी है कि मुझे किसी ने लालच या दबाव बनाकर खड़ा किया है।
उन्होंने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौर के बयान पर कि उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन ने खड़ा किया है सच्चाई से परे है। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के किसी भाया-माया को नहीं जानता। मुझ पर कोई दबाव नहीं है, जो मेरे विवेक में आया उसका फैसला मैने स्वयं किया है।
उन्होंने दोहराया कि मैं जनता, पीड़ित, शोषित, दलित वर्ग के हितार्थ काम करने के लिए उतरा हूं। मैं किसी भी सूरत में चुनावी रण से दूर नहीं हो सकता। किसी प्रकार से मुझे दबाव में लाने का प्रयास भी किया गया तो ऐसे लोगों को निराशा ही हाथ लगेगी। रामपाल ने बताया कि वह चुनावी प्रचार अभियान में जुट गए हैं। वह लोगों से संपर्क कर रहे हैं। नाम वापसी का कोई सवाल ही नहीं उठ सकता।