जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान का जिक्र करते हुए कहा है कि यह बात हर गांव तक पहुंच गई कि वोटों की चोरी हो रही है इसलिए चुनाव जीते जा रहे हैं जो लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक है।
गहलोत शनिवार को यहां पीसीसी मुख्यालय पर प्रदेश कांग्रेस की इस अभियान पर आयोजित बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सबसे पहला काम होता है चुनाव आयोग का कि वह निष्पक्ष चुनाव कराए, कोई पार्टी जीते, कोई उम्मीदवार जीते अलग बात है, फिर जिस प्रकार का व्यवहार किया गया ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक प्रश्न उठाया कि हमें मशीन रीडेबल नहीं दे रहे हो, वर्ना हम फटाफट इस काम को कर सकते थे, हमें मजबूरी में छह महीने लगे, छह महीने में नतीजे पर पहुंचे हम लोग, लगभग एक लाख फर्जी वोट निकले अगर चुनाव आयोग उस वक्त जांच करवा देता तो उसमें कितने वोट कहां गड़बड़ हुई कहां नहीं हुई स्पष्ट हो जाता।
उन्होंने कहा कि आजादी के वक्त पाकिस्तान बना था तब कितने लोग हिन्दुस्तान आए होंगे कितने लोग पाकिस्तान गए होंगे तब भी इलेक्शन कमीशन ने चुनाव करवा दिए जबकि शिक्षा नहीं थी उस वक्त में, लोग चिह्न को नहीं समझते और पढ़ नहीं सकते थे, उससे लगाकर आज तक का इतिहास है, चुनाव लगातार हो रहे हैं, चुनाव आयोग के जो चेयरमैन और उनके जो मेंबर हैं उनकी गलतियों से उनके व्यवहार से यह स्थिति बनी है देश के अंदर और यह इतना गंभीर बिन्दु बन गया।
गहलोत ने कहा कि पहले शक था इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर देशवासियों को क्योंकि अब अमरीका, इंग्लैंड, जर्मनी जापान सब जगह वोट बैलेट से होता है, पहले वहां भी मशीनें थी वो शक था ही पहले से ही, उच्चत्तम न्यायालय तक लोग गए तो कहा गया कि वीवीपेट लगा दो, यह चल रहा था अब यह जो नया सर्वे हुआ है। इधर चुनाव के दो महीने पहले एसआईआर करवा रहे हो, अगर यह डेढ़ साल पहले होता, यह करना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि इसलिए राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रदेश कांग्रेस कमेटियों से कहा है कि तमाम लोगों से बैठक करके सबसे हस्ताक्षर करवाओ कि वोट की चोरी किस प्रकार हो रही है और अगर वोट की चोरी होगी तो निष्पक्ष चुनाव कभी हो नहीं पाएंगे, निष्पक्ष चुनाव नहीं होंगे तो लोकतंत्र को खतरा है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी की जिम्मेदारी है कि अपने वोट के अधिकार को बचाने के लिए इस अभियान में हिस्सेदारी करे और वोट चोरी जो एक अभियान चल रहा है उसे कामयाब करे।