प्रदेश के आयुर्वेद योग प्रशिक्षकों का जयपुर में धरना

जयपुर। अखिल राजस्थान योग प्रशिक्षक महासंघ के आह्वान पर प्रदेश के योग प्रशिक्षकों ने बुधवार को जयपुर में फुल टाइम स्थाई पदसर्जित एवं वेतन वृद्धि की मांग को लेकर धरना दिया।

महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डा बीएल कुमावत ने बताया कि प्रदेश भर से आए सैकड़ों योग प्रशिक्षकों ने शहीद स्मारक पर धरना दिया। डा कुमावत ने बताया कि राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत जुलाई 2021 में राजकीय आयुर्वेद औषधियां पर पार्ट टाइम महिला एवं पुरुष योग प्रशिक्षक नियुक्त किए गए।

वर्तमान में कार्यरत 3500 महिला एवं पुरुष योग प्रशिक्षक औषधालय पंचायत स्तर एवं विद्यालय स्तर पर प्रतिदिन योग के द्वारा निरोगी स्वस्थ लाभ दे रहे हैं और चार साल में अनेक बार सरकार तक अपनी मांगे पहुंचाने के बावजूद भी सरकार योग प्रशिक्षकों के भविष्य को लेकर अभी तक कोई ठोस सकारात्मक कार्यवाही नहीं कर पाई है जबकि राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों में योग प्रशिक्षकों को 25 से 30 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि इसलिए हम हमारी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तक लिखित में मांग पहुंचाई गई है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने आने वाले दस दिन में योग प्रशिक्षकों की मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं की तो संगठन के माध्यम से योग प्रशिक्षक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे।

योग प्रशिक्षकों के समर्थन में धरने में सम्मिलित हुए योगाचार्य योगी मनीष ने सभी योग प्रशिक्षकों को धरनास्थल पर प्राणायाम एवं ओंकार ध्यान कराया और कहा कि हाल 11वे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सभी प्रदेश भर के हजारों योग प्रशिक्षकों के प्रयासों से आयुषमंत्रालय के संगम पोर्टल पर सर्वाधिक योगाभ्यास करने में देशभर में राजस्थान का प्रथम स्थान रहा है, जिससे राजस्थान का नाम रोशन हुआ है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल एवं आयुष मंत्री डा प्रेमचंद बैरवा के नेतृत्व में पिछले एक वर्ष में योग के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य हुए हैं, प्रदेश भर के योग प्रशिक्षकों की मांगे वाजिब है जो लिखित में सरकार तक पहुंचा दी गई है, जब तक मांगे नहीं मानी जाएगी वह प्रदर्शनकारियों के साथ खड़े हैं।