बारिश की फुहार के बीच भाविप ने मनाया विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस

अरावली पर्वतमाला में उछाले 1100 फलदार सीड बॉल्स
अजमेर। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस के अवसर पर भारत विकास परिषद् ने पर्यावरण संरक्षण के लिए फलदार वृक्षों के 1100 सीड बॉल्स उछाल कर जस्ट थ्रो एंड गो गतिविधि का आयोजन किया। इस अवसर पर पर्यावरण चेतना अभियान के अंतर्गत जागरूकता रैली निकाली।

यह आयोजन वरुण सागर रोड स्थित चामुंडा चौराहे से मेला ग्राउंड तक निकाली गई रैली के साथ प्रारंभ हुआ, जिसमें परिषद के सदस्यों, युवाओं और बच्चों ने भाग लिया। बरसात की रिमझिम फुहारों के बीच यह कार्यक्रम और भी उत्साहवर्धक बन गया।

अजमेर मुख्य शाखा के तत्वावधान में आयोजित इस अभियान के अंतर्गत परिषद के सदस्यों ने 1100 फलदार वृक्षों के सीड बॉल्स अरावली की पर्वतमाला में उछाले। कार्यक्रम का उद्देश्य प्राकृतिक हरियाली को बढ़ावा देना, जनमानस को प्रकृति के प्रति जागरूक करना और भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करना था।

इस अवसर पर परिषद के क्षेत्रीय पर्यावरण गतिविधि संयोजक दिलीप पारीक ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि परिषद की ढाई सौ शाखाओं द्वारा पूरे राजस्थान में एक लाख से अधिक वृक्ष राेंपे जाएंगे तथा एक लाख से अधिक सीड बॉल्स प्राकृतिक क्षेत्रों में उछाले जाएंगे। यह अभियान अब केवल राजस्थान नहीं, बल्कि देशव्यापी अभियान बन चुका है और इसकी प्रेरणा राजस्थान की धरती से ही निकली है।

शाखा अध्यक्ष कृष्ण गोपाल गोयल ने बताया कि इस अवसर पर कांवड़ यात्रियों को भी सीड बॉल्स वितरित किए गए, ताकि वे जहां-जहां जाएं, वहां हरियाली का संदेश पहुंचे। उन्होंने बताया कि यह प्रयास जनभागीदारी के माध्यम से एक वृक्ष, अनेक वरदान के विचार को मूर्त रूप दे रहा है।

कार्यक्रम में राकेश बल्दुआ, त्रिलोक चंद शर्मा, सुरेश चंद गोयल, डॉ. सुरेश गाबा, श्रीकृष्ण अग्रवाल, भारती कुमावत, लक्ष्मी नारायण बंसल सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे और सभी ने इस नेक पहल की सराहना की।परिषद के इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाने और प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करने की दिशा में यह आयोजन एक प्रेरणास्पद कदम सिद्ध हुआ।