अजमेर। संस्कृति, संस्कार, भक्ति व खेल के अद्भुत संगम के रूप में रविवार को भारत विकास परिषद की ओर से स्केट्स कावड़ यात्रा का आयोजन किया गया।
संयोजक अनुपम गोयल ने बताया कि स्केट्स कावड़ यात्रा का आयोजन सम्पूर्ण भारत में अजमेर में ही प्रथम बार हुआ। यह अजमेर की द्वितीय स्केट्स कावड़ यात्रा है, इसका उद्देश्य बच्चों व युवा वर्ग को भारतीय संस्कृति से जोड़ना है। स्केट्स कावड़ यात्रा एक अनोखा और रोमांचक आयोजन रहा, जिसमें स्केट्स पर सवार होकर बच्चों ने सुबह 7 बजे रीजनल चौपाटी से कावड़ यात्रा निकाली। यह एक आधुनिक और उत्साही तरीका रहा जिसमें बच्चों व युवाओं ने धार्मिक भक्ति और स्केट्स के जुनून को मिलाया।
कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय मंत्री उमाशंकर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघचालक खाजू लाल चौहान, समाज सेवा एवं भामाशाह रमेश अग्रवाल, भामाशाह विष्णु चौधरी, एडवोकेट गणेश लाल अग्रवाल, अनिल आडवाणी, सूरज नारायण लखोटिया, अशोक पंसारी, भारत विकास परिषद रीजनल सचिव पर्यावरण दिलीप पारिक, प्रांतीय महासचिव आनंद राठौड़, संयुक्त महासचिव डॉक्टर सुरेश गाबा, शाखा संपर्क प्रमुख अशोक गोयल, संस्कार प्रमुख रमेश जाजू ने कांवड़ यात्रा को भगवा ध्वज दिखाकर रवाना किया।
स्केट्स कावड़ यात्रा में बच्चे पुष्कर के जल को भरकर अपने कंधों पर कावड़ में लाए और इस जल से पुरानी चौपाटी स्थिति शिव मंदिर में जलअभिषेक किया। स्केट्स कावड़ यात्रा का मार्ग में बहुत जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। मार्ग में जिसने भी कावड़ यात्रा को देखा वह वहीं ठहर गया। क्योंकि इस प्रकार की कावड़ यात्रा प्रथम बार हर कोई देख रहा था। कमलेश जैन ने बताया कि यह कार्यक्रम रीजनल चौपाटी से प्रारंभ होकर पुरानी चौपाटी स्थिति शिव मंदिर तक रहा। लगभग 200 से अधिक बच्चों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम में 5 वर्ष की आयु के बच्चों से लेकर युवा वर्ग ने बड़े उत्साह से भाग लिया। स्केट्स कावड़ का बच्चों में तो उत्साह रहा ही उनके अभिभावक भी कावड़ यात्रा में शामिल हुए। बच्चे कावड़ व तिरंगे झण्डे हाथ में लेकर बहुत ही जोश के साथ जयकारे लगाते हुए आगे बढ़े। कांवड़ यात्रा में रोशन एंड पार्टी के द्वारा एक मनमोहक भगवान शिव की चलित झांकी प्रस्तुत की गई, जिससे सभी कांवड़ यात्रियों का उत्साह दुगना हो गया।
कावड़ यात्रा के आयोजन में रमेश चन्द जाजू, महेंद्र मंडार, अशोक टांक, सुरेश गोयल, हनुमान गर्ग, हितेश मंगरोला, जीतमल चौहान, नरेंद्र माथुर, महेंद्र मंडार, किशोर कुमार मारोठिया, पंकज कुमावत, अनुज माथुर, विनोद शर्मा, प्रिंस टांक, चन्द्रभान प्रजापत, गोविंद वर्मा, विजय लक्ष्मी, नितेश चौधरी, मुकुल अग्रवाल, सुनील गर्ग, राजेंद्र मित्तल, संजय गोयल, राजेश गाबा, आशा गोयल, अलका गोयल, रेणु माथुर, रेणु सारस्वत, शिमला बंसल एवं शहर के गणमान्य नागरिक तथा अभिभावक शामिल रहे।