नई श्रम संहिताओं के साथ श्रमिक सशक्तीकरण की नई शुरुआत : भामसं

जयपुर। भारतीय मजदूर संघ राजस्थान ने भारत सरकार द्वारा आज से लागू की गई नई चार श्रम संहिताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया है। भामसं के प्रतिनिधि मंडल ने श्रम मंत्री से भेंट कर लेबर कोड पर चर्चा, आश्वासन एवं समाधान पर धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रतिनिधि मंडल में महामंत्री रविन्द्र कुमार हिम्मते, पूर्व अध्यक्ष एस मलेशम, सजी नारायण पूर्व अध्यक्ष, सुरेन्द्रन संगठन मंत्री, गिरीश आर्य मंत्री, पवन कुमार, रामनाथ गणेशी आदि शामिल रहे।

भामसं के राजस्थान प्रदेश महामंत्री हरिमोहन शर्मा ने केन्द्र सरकार की सराहना करते हुए कहा कि यह निर्णय देश के करोड़ों श्रमिकों के जीवन में सम्मान, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा श्रमिकों के सम्मान, सुरक्षा और सामाजिक न्याय को केंद्र में रखकर जो नई श्रम संहिताएं लागू की गई हैं, वे वास्तव में श्रमिकों के समग्र कल्याण की गारंटी हैं।

नई श्रम संहिताओं से मिलने वाले लाभ

सभी कामगारों को समय पर न्यूनतम वेतन की गारंटी
युवाओं को नियुक्ति पत्र की अनिवार्य गारंटी
महिलाओं को समान वेतन और समान सम्मान की गारंटी
40 करोड़ श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा का अधिकार
फिक्स्ड टर्म एम्प्लॉयमेंट में एक साल बाद ग्रेच्युटी का लाभ
40 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्ग श्रमिकों को सालाना मुफ्त हेल्थ चेक-अप की सुविधा
कौशल आधारित कार्य करने वाले श्रमिकों को सम्मानजनक वेतन की गारंटी
जोखिम-भरे क्षेत्रों में कार्यरत श्रमिकों के लिए 100% हेल्थ सिक्योरिटी सुनिश्चित
अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप श्रमिकों को सामाजिक न्याय की गारंटी

यह सुधार श्रम क्षेत्र में नया विश्वास पैदा करेंगे

हरिमोहन शर्मा ने कहा कि इन संहिताओं से श्रम क्षेत्र में पारदर्शिता, सरलता और सुरक्षा बढ़ेगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में श्रमिकों के सम्मान और उनके कल्याण के लिए जो निर्णय लिए गए हैं, वे आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत 2047 के संकल्प को गति देने वाले हैं। उन्होंने कहा कि यह सुधार केवल कानूनी बदलाव नहीं, बल्कि श्रमिकों के जीवन को बेहतर बनाने वाला दूरदर्शी कदम है, जिससे श्रम क्षेत्र अधिक संगठित, सुरक्षित और श्रमिक–हितैषी बनेगा।

भारतीय मजदूर संघ का अभिनंदन

भामसं प्रदेशाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह डाबी ने इस ऐतिहासिक निर्णय पर केंद्र सरकार का आभार व्यक्त किया है और विश्वास जताया है कि आने वाले समय में इन श्रम संहिताओं के प्रभावी क्रियान्वयन से देश के करोड़ों श्रमिकों के जीवन में गुणात्मक बदलाव आएगा।