भीलवाड़ा। राजस्थान में भीलवाड़ा में शनिवार को भीलवाड़ा–चित्तौड़गढ़ मार्ग पर स्थित बीएसएल फैक्ट्री में एक कर्मचारी की अचानक मौत के बाद अन्य मजदूरों में आक्रोश फैल गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह मजदूरों ने फैक्ट्री प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए फैक्ट्री का द्वार बंद कर दिया और मुख्य मार्ग पर जोरदार विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
सूत्रों ने बताया कि श्रमिकों ने मृतक के परिवार के लिए उचित मुआवजे की मांग की। देखते ही देखते सैकड़ों श्रमिक सड़क पर उतर आए और भीलवाड़ा–चित्तौड़गढ़ राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया, जिसके चलते दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। यातायात कई घंटों तक ठप रहा और आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारी मजदूरों का कहना है कि जब तक प्रबंधन स्पष्ट मुआवजा और सुरक्षा नीति की घोषणा नहीं करता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। बातचीत से मामले को सुलझाने के प्रयास जारी हैं।
मिट्टी ढ़हने से दो मजदूरों की मौत
भीलवाड़ा के सदर थाना क्षेत्र में शनिवार को कोठारी नदी में मिट्टी ढहने से दो मजदूरों की मौत हो गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृतकों की पहचान दीपु सिंह (27) और पूरण (19) के तौर पर की गई है। उन्होंने बताया कि आज सुबह चार युवक ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर कामधेनू बालाजी मंदिर के पीछे कोठारी नदी पहुंचे थे। वे वहां मिट्टी की खुदाई कर रहे थे, तभी मिट्टी का ढावा ढह गया, जिससे दीपू और पूरण मिट्टी में दब गए।
घटना के बाद मौके पर मौजूद उनके दो साथियों राजू रैगर और सोहेल मोहम्मद ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया, जिससे पास के मंदिर में मौजूद लोग भी घटनास्थल पर पहुंच गए। सूचना मिलने पर सदर और सुभाषनगर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की सहायता से दोनों युवकों को निकालकर जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।



