जोधपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर, खुशहाल और समृद्ध बना है एवं भारत की दुनिया में साख बढ़ी है और अब वह आत्मनिर्भरता की एक नई कहानी लिख रहा है।
शर्मा शुक्रवार को जोधपुर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश में हर व्यक्ति के पास तरक्की के भरपूर अवसर हैं और मोदी के नेतृत्व में आज भारत की न केवल दुनिया में साख बढ़ी है बल्कि विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तरफ अग्रसर है और अब देश आत्मनिर्भरता की एक नई कहानी लिख रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारी डबल इंजन सरकार प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर काम कर रही है। राज्य सरकार विकास और सुशासन के संकल्प पर कार्य करते हुए समृद्ध और विकसित राजस्थान बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने सभी प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना दी और स्वाधीनता के लिए जीवन भर पीड़ाएं-यातनाएं झेलने वाले ज्ञात-अज्ञात स्वतंत्रता सेनानियों और बलिदानियों को नमन किया। उन्होंने इस राष्ट्रीय पर्व पर बहादुर जवानों को स्मरण करते हुए कहा कि वे देश की सीमाओं पर दिन-रात मुस्तैदी के साथ डटे हुए हैं। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में अपनी अमूल्य सेवाएं देने वाले सभी पुलिसकर्मियों और नागरिक संगठनों एवं समाजसेवी संस्थाओं को भी धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बीते 11 साल में ऐतिहासिक निर्णय एवं कार्य किए हैं। स्वच्छ भारत अभियान, आयुष्मान भारत, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन और किसान सम्मान निधि जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से आमजन के सपने पूरे हो रहे हैं। शर्मा ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत 140 करोड़ भारतीयों का सपना, दृढ़ निश्चय और एक जन आंदोलन है। इस सपने को साकार करने में सभी सक्रिय रूप से देश की प्रगति में भागीदार बनें।
उन्होंने कहा कि वोकल फॉर लोकल से प्रेरणा लेते हुए हमें स्वदेशी उत्पादों को गर्व के साथ अपनाना है। जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान में अब जय अनुसंधान जोड़ने की आवश्यकता है। खादी का धागा आजादी की लड़ाई में हमारी ताकत बना था, और आज वही धागा हमें विकसित भारत के सपने को साकार करने की प्रेरणा देता है। आज, मेक इन इंडिया के तहत हम स्वदेशी युद्धपोत, विमान और अत्याधुनिक हथियार प्रणालियां बना रहे हैं।
शर्मा ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत आर्थिक ताकत ही नहीं बल्कि सैन्य ताकत के रूप में भी उभरा है, जिसकी बानगी ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के रूप में सारी दुनिया ने देखी है। ऑपरेशन सिंदूर केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि हमारे देश की उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है कि अब सुरक्षा और सम्मान से कोई समझौता नहीं होगा। भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि यह नया भारत है जिसका नेतृत्व ऐसे प्रधानमंत्री के हाथ में है जो कहने में नहीं, करने में विश्वास रखते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को जल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प को लेकर हम काम कर रहे हैं। रामजल सेतु लिंक परियोजना और यमुना जल समझौते पर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। नवनेरा बैराज का कार्य पूर्ण हो गया है और यमुना जल समझौते के तहत टास्क फोर्स ने धरातल पर सर्वे का काम शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के तहत भामाशाहों एवं प्रवासी राजस्थानियों की मदद से हजारों जल संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मिशन हरियालो राजस्थान में हम पांच साल में 50 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं और अब तक 15 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश को ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। राजस्थान एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा नीति-2024 जारी की गई है, जो 2030 तक प्रदेश के अक्षय ऊर्जा उत्पादन को 125 गीगावाट के स्तर तक ले जाने में बड़ी भूमिका निभाएगी। 22 जिलों में किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराई जा रही है और सभी किसानों को दिन में बिजली उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पांच साल में 53 हजार किलोमीटर सड़क नेटवर्क तैयार करेगी। अटल पथ, रिंग रोड और ब्रिज निर्माण से सड़कों का एक मजबूत नेटवर्क तैयार हो रहा है। ग्रामीण सड़क नेटवर्क को सुदृढ़ करने के लिए 1300 गांवों को डामर सड़कों से जोड़ा गया एवं 6 हजार 330 किलोमीटर लंबी मिसिंग लिंक सड़कों का निर्माण किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित राजस्थान बनाने के संकल्प के क्रम में राज्य सरकार द्वारा आयोजित राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में प्राप्त 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों को तेजी से धरातल पर उतारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य ने खनिज ब्लॉकों की नीलामी में भी अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है। संपूर्ण भारत में जहां प्रधान खनिज के 500 ब्लॉक ही आवंटित हुए, वहीं राजस्थान ने 100 से अधिक ब्लॉक आवंटित किए हैं।
शर्मा ने कहा कि हम प्रदेश के वंचित और जरूरतमंद वर्ग के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना के तहत बीपीएल परिवारों को गरीबी से बाहर लाया जा रहा है। युवाओं के लिए हमने पांच वर्षों में चार लाख सरकारी और निजी क्षेत्र में छह लाख नौकरियां सृजित करने का संकल्प लिया है। 75 हजार से अधिक नियुक्ति पत्र सौंपे जा चुके हैं। एक लाख 68 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। तीन लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया है।
उन्होंने कहा कि हम जरूरतमंद महिलाओं को 450 रुपए में गैस सिलेंडर, मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत 25 लाख रुपए तक के निशुल्क इलाज, लखपति दीदी के तहत 14 लाख महिलाओं को प्रशिक्षण देकर सात लाख 80 हजार लखपति दीदी, मा वाउचर योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को निशुल्क सोनोग्राफी, लाडो प्रोत्साहन योजना में 2 लाख 30 हजार बालिकाओं को डेढ़ लाख रुपए का सेविंग बॉण्ड जैसी योजनाओं से आमजन को राहत दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सुशासन के लिए कृत संकल्पित है। इसी क्रम में हमारी सरकार ने हाल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा आयोजित कर राज्य भर में शिविर लगाकर सरकारी विभागों से जुड़े काम किए और लाखों जरूरतमंदों को राहत पहुंचाई गई। शर्मा ने कहा कि किसान सम्मान निधि के तहत 76 लाख से अधिक किसानों को 6 हजार 845 करोड़ रुपए दिए गए। किसानों को 35 हजार 738 करोड़ का बिजली बिल अनुदान तथा 1 लाख 60 हजार कृषि कनेक्शन जारी किए गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का दायरा बढ़ाते हुए वर्ष 2024-25 में 3 करोड़ 73 लाख से अधिक पॉलिसी जारी कर 5 हजार 338 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।
शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार ने महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पहले चरण में 500 कालिका पेट्रोलिंग यूनिट का संचालन किया है। तीन महिला बटालियन और 65 एंटी रोमियो स्क्वॉड की पहल भी की है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने ऑपरेशन एंटी वायरस चलाकर साइबर अपराध के वायरस को खत्म किया और साइबर ठगों को सलाखों के पीछे भेजा है। साथ ही, अपराधियों को कानून के शिकंजे में लाने के लिए एसआईटी, गैंगस्टरों से निपटने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स जैसे प्रभावी कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने जोधपुर को शौर्य, साहस और संस्कृति की भूमि बताते हुए कहा कि आज जोधपुर ‘विरासत भी, विकास भी’ की एक मिसाल बन रहा है। जोधपुर की मावे की कचौरी, मिर्ची बड़े के साथ ही यहां के स्वादिष्ट व्यंजन प्रदेश ही नहीं बल्कि देश-दुनिया में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने कहा कि जोधपुर हस्तशिल्प का भी एक प्रमुख केंद्र है। यहां की लकड़ी की कलाकृतियां, कालीन और आभूषण इसे खास पहचान दिलाते हैं।
शर्मा ने ध्वजारोहण के बाद परेड का निरीक्षण किया और मार्चपास्ट की सलामी ली। इस दौरान एमआई-17 हेलीकॉप्टर से राष्ट्रीय ध्वज पर पुष्पवर्षा की गई। परेड में उत्तरप्रदेश पुलिस, हाड़ी रानी महिला बटालियन, जोधपुर पुलिस आयुक्तालय, केन्द्रीय कारागार सहित विभिन्न पुलिस बलों, आरएसी, एनसीसी, स्काउट-गाइड, होमगार्ड एवं स्कूल की टुकड़ियों ने भाग लिया।
समारोह में मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एटीएस एवं एसओजी) विजय कुमार सिंह को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया। साथ ही सवाई माधोपुर कलक्टर काना राम, बारां कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, स्टेट रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशन सेन्टर के परियोजना निदेशक राजीव जैन, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सह आचार्य डा बलराम शर्मा, उप निदेशक (कृषि) रोहिताश जाट, मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रोगामर लालचन्द कुमावत, आर्थिक एवं सांख्यिकी के सहायक निदेशक सुदीप कुमावत, पुलिस मुख्यालय में प्रशासनिक अधिकारी नेमीचन्द शर्मा, एसीबी में सहायक प्रशासनिक अधिकारी अनिल कुमार कौशिक, कार्मिक विभाग में सहायक अनुभागाधिकारी राम प्रकाश एव , मुख्यमंत्री कार्यालय में सांख्यिकी निरीक्षक दीपिका आसनानी को योग्यता प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया।
समारोह में राजस्थान के अलावा ओडिशा, पश्चिम बंगाल एवं गुजरात से आए लोक कलाकारों ने मनोहारी लोक प्रस्तुतियां और प्रदेश भर से आए स्कूली छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति परक गीतों की धुन पर सामूहिक नृत्य की प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर आर्मी बैण्ड, सेंट्रल बैण्ड, स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल विद्यालय मंडोर एवं गुरूकुल इंटरनेशनल सीसै स्कूल, चौपासनी के स्कूल बैंड की ओर से आकर्षक बैण्डवादन की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में घुड़सवारी शो, कैमल टैटू शो, सशस्त्र बलों द्वारा हथियारों का प्रदर्शन भी किया गया।