आरएसएस की समन्वय बैठक के तीन दिनों में कई मुद्दों पर हुई चर्चा

जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक में संघ एवं संघ से प्रेरित विभिन्न संगठनों ने शिक्षा, महिला एवं वर्तमान परिस्थिति सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई है।

बैठक के तीसरे एवं आखिरी दिन रविवार को संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने यहां प्रेस वार्ता में बैठक के बारे जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान के संघ एवं इससे प्रेरित संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संगठन मंत्री आदि ने शिक्षा , महिला, जनजाति, भाषा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों जहां भारी वर्षा से बाढ़ एवं अतिवृष्टि के उत्पन्न हालात तथा अन्य कई मुद्दों पर चर्चा की गई।

बैठक में मुद्दों पर चर्चा और इन विषयों पर इन संगठनों द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी भी दी गई। बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में चर्चा हुई और इस पर भी विभिन्न संगठनों ने अपनी राय प्रकट की और यह आकलन दिया गया कि शिक्षा नीति अच्छी दिशा में जा रही है और इस पर अच्छा काम हो रहा है। विद्या भारती सहित शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले कई संगठन शिक्षा नीति को केन्द्र एवं राज्य में अच्छी तरह लागू हो और इसके लिए शिक्षा संस्थानों में कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

बैठक में पंजाब की परिस्थिति के बारे में भी चर्चा हुई और नशा की बढ़ती प्रवृत्ति से युवाओं में दुष्परिणाम पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई और युवाओं को समझाने के लिए विभिन्न संगठनों द्वारा अभियान चला कर किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी गई। पश्चिम बंगाल में घुसपैठ को लेकर चिंता व्यक्त की कि घुसपैठ कर उपद्रव किए जा रहे है जिन्हें तुरंत रोकना आवश्यक है। वहां कानून व्यवस्था का भी प्रश्न आ रहा है जिस पर चिंता व्यक्त की गई। वहां विभिन्न संगठन काम कर रहे हैं और कानून के हिसाब से जो प्रयास किए गए, उन चर्चा हुई।

बैठक में जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान सहित देश के अन्य राज्यों जहां भारी वर्षा से बाढ़ एवं अतिवृष्टि के उत्पन्न हालात पर चर्चा हुई और बताया गया कि सेवाभारती सहित सभी लोग अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में सहायता करने का प्रयास कर रहे हैं और स्वयं सेवक भी जुटे हुए हैं।

उन्होंने बताया कि बैठक में महिला की समाज में विभिन्न स्तर पर बढ़ती भागीदारी के बारे में भी चर्चा हुई और विभिन्न संगठनों ने महिलाओं की बढ़ती सहभागिता और उसके बारे में चल रहे प्रयासों के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि संघ के क्रीडा भारती संस्थान ने महिला खिलाड़ियों को लेकर अध्ययन किया और जिसमें उनकी समस्याओं आदि का अध्ययन किया गया तथा समस्याओं के समाधान के लए भी आगे काम किया जाएगा।

ऐतिहासिक ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश भक्ति के लिए सैकड़ों कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसमें विशेष रुप से महिलाओं की सहभागिता रही। इस प्रकार देश के विभिन्न क्षेत्रों में सभी जगह महिलाओं की सहभागिता बढ़ रही है।

उन्होंने बताया कि बैठक में पूर्वोत्तर के बारे में भी विभिन्न संगठनों ने अपने विशेष अनुभव बताएं। जनजाति क्षेत्रों में नक्सलियों के कारण हिंसा का माहौल अब काम होता जा रहा है और आंदोलन और सरकार के प्रयासों से धीरे-धीरे हिंसा का प्रभाव कम हो रहा है और वहां स्थिति सामान्य की तरफ बढ़ रही है। इन सब मुद्दों पर बैठक में चर्चा हुई और शाम को सरसंघचालक डा मोहन भागवत के उद्बोधन के साथ बैठक का समापन होगा।

उन्होंने बताया कि शनिवार को बैठक में प्रसिद्ध कलाकार अनवर खान ने लोकगीत एवं भजन प्रस्तुत किए और डा भागवत द्वारा सम्मान भी किया गया।
एक सवाल के जवाब में आंबेकर ने कहा कि देश में एकता को लेकर संघ का प्रयास है कि वह सभी लोगों के पास जा रहे है और भ्रम को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं सब एक होने की अनुभूति को समझेंगे और धीरे धीरे विभिन्न संगठनों का विस्तार हो रहा है वे सारे देश की एकता की बात कर रहे है उससे लोग सहमत होते चले जा रहे हैं। लोगों के साथ संवाद हो रहा है और धीरे धीरे सुधार हो रहा है।

धर्म परिवर्तन के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में जबरदस्ती एवं लालच में किया गया धर्म परिवर्तन अनुचित हैं। इस दष्टि को उजागर करने के लिए हिन्दू समाज एवं साधु संत एवं जागरुक लोग सक्रिय है स्वयं सेवक भी लगे हुए है। इन बातों का उजागर कर हिन्दू समाज के लोगों को जागरुक किया जा रहा है।