बारां में देवविमानों की शोभायात्रा संग उमड़ा आस्था का सैलाब

बारां। राजस्थान में हाड़ौती संभाग के बारां की धरा पर बुधवार को गाजे बाजों के साथ निकली देव विमानों की शोभायात्रा में आस्था का अद्भुत जन सैलाब उमड़ पड़ा।

सुबह से ही बारां शहर भक्ति और उल्लास के माहौल में डूबा था। दोपहर बाद श्रीजी मंदिर में हुई पूजा-अर्चना के साथ यात्रा का शुभारंभ हुआ। इस विशाल ऐतिहासिक शोभायात्रा में इस बार विभिन्न जाति समाजों के कुल 57 देव विमान शामिल हैं जो श्रीजी मंदिर से एकत्रित होंगे।

चौमुखा बाजार में श्रीजी एवं रघुनाथजी के देव विमानों का मिलन हुआ, जहां से रघुनाथजी का देव विमान सबसे आगे हुआ। फिर शोभायात्रा शुरू हुई, जो चौमुखा, सर्राफा बाजार से सदर बाजार, धर्मदा चौराहे से मांगरोल रोड़ होते हुए परंपरागत सांस्कृतिक महत्व वाले डोल तालाब पाल पर सूर्यास्त तक पहुंचेगी। वहां देर शाम शंख, घंटा और झालर ध्वनि के साथ महाआरती एवं जलवा पूजन की रस्म निभाई जाएंगी।

इस शोभायात्रा में इस बार महिला अखाड़ा सहित कुल नौ अखाड़ों के पहलवान हैरतअंग्रेज करतब दिखाते चल रहे थे। अखाड़ों के पहलवानों ने तलवारबाजी, लाठी और अन्य करतबों का प्रदर्शन किया। शहर में रात से जोरदार झमाझम बारिश थी। बुधवार सुबह भी बारिश का दौर जारी रहा, लेकिन डोल शोभायात्रा का उत्साह कम नहीं हुआ। श्रद्धालु भीगते हुये भी जयकारों और भक्ति में लीन होकर यात्रा के दर्शनार्थ उमड़ते रहे। ऐतिहासिक डोल शोभायात्रा में श्रद्धालु बड़े उत्साह से नाचते गाते चल रहे थे।

शहर में शोभायात्रा का मार्ग में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा करके स्वागत किया। पारंपरिक परिधानों में उमंग और उत्साह से यात्रा में शामिल श्रद्धालु देवविमानों को अपने कंधों पर उठाकर चलते रहे।

हाल ही में यहां दो समुदायों के बीच पथ संचलन को लेकर हुए विवाद के बाद जिला प्रशासन मुस्तैद नजर आ रहा है। कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, पुलिस अधीक्षक अभिषेक अदांसु, अतिरिक्त जिला कलक्टर दिव्यांशु शर्मा सहित अन्य अधिकारी प्रशासनिक अमले के साथ यात्रा में मौजूद है।

प्रताप चौक स्थित पुलिस चौकी पर बैठकर नजर बनाये हुए थे। शहर और शोभायात्रा की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 750 से अधिक अधिकारी और पुलिस जवान तैनात रहे। चप्पे-चप्पे पर निगरानी के लिए 100 सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे भी लगाए गए थे।