जयपुर। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने प्रदेश की पिछली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि उसके शासन में कार्यकर्ताओं और जनता की सुनवाई नहीं हुई।
दिया कुमारी ने सोमवार को यहां भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस सरकार के पांच वर्ष में कार्यकर्ताओं की सुनवाई लगभग बंद रही जबकि भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री एवं प्रत्येक मंत्री नियमित रूप से सप्ताह में दो बार जन एवं कार्यकर्ता सुनवाई कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ एवं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई प्रारंभ करने का निर्णय सराहनीय है। इससे कार्यकर्ताओं के क्षेत्रीय मुद्दों के समाधान में तेजी आएगी।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि प्रत्येक कार्यकर्ता की समस्या का समाधान किया जाए, क्योंकि पार्टी में कार्यकर्ता ही सर्वोपरि है। उन्होंने बताया कि समस्याओं के निराकरण के लिए नियमित फॉलोअप अत्यंत आवश्यक है, अत: सुनवाई में प्राप्त प्रत्येक प्रकरण का सतत फॉलोअप किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सुनवाई में मंत्रियों के साथ पार्टी पदाधिकारी भी उपस्थित रहते हैं, जो हर दो दिन में प्रकरणों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि हर परिवादी को संतुष्ट कर वापस भेजना हमारा संकल्प है जहां तुरंत समाधान संभव नहीं होगा वहां उचित कारण स्पष्ट किए जाएंगे।
नगरीय विकास एवं स्वायत शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि भाजपा प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं की सुनवाई का नया कार्यक्रम शुरू किया गया है और इसके तहत आज लगभग 150 कार्यकर्ता अपनी शिकायतें लेकर पहुंचे और सभी कार्यकर्ताओं से मिलकर उनकी समस्या सुनी गई।
उन्होंने बताया कि विकास कार्यों, अतिक्रमण, प्रशासनिक समस्याओं सहित विभिन्न विषयों से जुड़े प्रकरण प्राप्त हुए, जिन्हें संबंधित अधिकारियों से टिप्पणी लेकर अध्ययन कर समाधान की दिशा में आगे बढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आमजन की समस्याएं कार्यकर्ताओं के माध्यम से प्रदेश नेतृत्व तक पहुंचे, इसी उद्देश्य से प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री द्वारा यह व्यवस्था प्रारंभ की गई है। इससे पहलेदिया कुमारी एवं खर्रा ने प्रदेशभर से आए कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनीं। इस दौरान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा एवं प्रदेश महामंत्री कैलाश मेघवाल भी मौजूद थे।



