इटावा में खजाने के चक्कर में बच्चे की बलि, तांत्रिक समेत तीन अरेस्ट

इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के जसवंतनगर इलाके के सिरसा की मढैया गांव में खजाने के चक्कर में बच्चे की बलि दिए जाने के मामले में पुलिस ने तांत्रिक समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने गुरूवार यह जानकारी देते हुए बताया कि 14 अप्रैल को गायब हुए आठ साल के बालक का शव 19 अप्रैल को घने बीहड़ से बरामद किया गया था। पुलिस ने गहन पड़ताल के बाद पाया कि बच्चे का अपहरण के बाद खजाने के चक्कर में बलि चढ़ाते हुए गला काट कर निर्ममता पूर्वक हत्या की गई।

एसएसपी ने बताया कि आरोपी ने जंगल में गड़े हुए खजाने के लिए बालक की बलि देने की बात स्वीकार कर ली है। अब मुख्य आरोपी को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है साथ ही इन सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर की भी कार्यवाई करने की बात पुलिस की ओर से कही जा रही है।

एसएसपी कुमार ने बताया कि लवकुश ने पूछताछ में गंगा सिंह और मुख्य आरोपी मान सिंह का नाम बताया था। मानसिंह ने पिछले सप्ताह 8 मई को कोर्ट में सरेंडर करके हाजिर हो गया। पुलिस ने गंगा सिंह निवासी सिरसा की मढ़ैया को गिरफ्तार लिया। पूछताछ में पता चला कि जंगल में गड़ा खजाना पाने के लिए बच्चे की बलि दी गई थी। मानसिंह तंत्र-मंत्र करता है, जल्द ही उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। उन्होंने बताया कि तीनों के खिलाफ गैंगस्टर की भी कार्रवाई की जाएगी।

मासूम का अपहरण कर बलि चढ़ाने वाले आरोपी को पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल छुरी समेत गिरफ्तार किया है। परिजनों की सूचना पर तांत्रिक समेत दो अन्य लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था।

गौरतलब है कि 14 अप्रैल को सिरसा की मढ़ैया थाना जसवंतनगर में मुलायम सिंह पुत्र मुंशीलाल निवासी ग्राम सिरसा ने अपने 8 वर्षीय पुत्र ओमजी उर्फ लकड़ो के गुम होने की सूचना थाने पर दी थी। पुलिस बच्चे को तलाशती रही थी कि ओमजी का चार दिन बाद शव उसके घर से महज 400 मीटर की दूरी पर सिर कटा बुरी हालत में शव बरामद हुआ था। इस घटना से गांव में कोहराम मच गया था। ओमजी के परिवार वालों ने ही इन तीनों आरोपियों के ऊपर तंत्र क्रिया के चलते उनके बेटे की अपहरण कर हत्या का आरोप लगाया था।