सवाईमाधोपुर। कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ का बुधवार को सवाईमाधोपुर में भारतीय जनसंघ के संस्थापक और राष्ट्रवाद के अमर प्रतीक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस तथा आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित संगोष्ठी में सहभागिता की।
इससे पहले सवाईमाधोपुर पहुंचने पर भाजपा पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और नागरिकों ने उनका भव्य स्वागत किया। राठौड़ ने महान शिक्षाविद्, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक, भारतीय जनसंघ के संस्थापक और पथ प्रदर्शक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के दिखाए मार्ग पर चलकर हम एक भारत-श्रेष्ठ भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। कर्नल राठौड़ ने लोकतंत्र की रक्षा में अहम योगदान देने वाले सेनानियों का सम्मान किया।
कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के राष्ट्रहित में दिए गए अद्वितीय बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका जीवन समर्पण, सिद्धांत और राष्ट्रसेवा की प्रेरणादायी मिसाल है। उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. मुखर्जी का बलिदान आज भी युवाओं को राष्ट्र निर्माण की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देता है।
आपातकाल के काले अध्याय को याद करते हुए कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल ने देश के लोकतांत्रिक ढांचे को गहरा आघात पहुंचाया था। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमें यह स्मरण कराता है कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रत्येक नागरिक को सजग और सक्रिय रहना आवश्यक है। कर्नल राज्यवर्धन ने लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए अपने पूर्ण समर्पण का संकल्प लिया और उपस्थित जनसमूह से भी संविधान की मर्यादा एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।