भारत को आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प में सभी की सहभागिता आवश्यक : भूपेन्द्र यादव

अलवर। केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के संकल्प में सभी की सहभागिता आवश्यक है।

यादव शनिवार को राजस्थान में अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ में जलापूर्ति के लिए 22 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत की अमृत 2.0 योजना का शिलान्यास करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सिंधु जल समझौते जैसे असंतुलित जल समझौते को रद्द करके मोदी ने देश के किसानों एवं नागरिकों के हितों की रक्षा करने का काम किया है। इसी प्रकार पूर्वी राजस्थान के किसानों और नागरिकों को जल उपलब्धता के लिए पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना और रामसेतु जल समझौता (ईआरसीपी-पीकेसी) राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच कराया है। इस योजना का कार्य निविदा प्रक्रिया स्तर पर है। जल्द ही यह योजना धरातल पर आएगी। पूर्वी राजस्थान को इसका लाभ मिलेगा।

उन्होंने कहा कि मोदी के कुशल नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में देश का चहुंमुखी विकास हो रहा है और कृषि के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर बन गया है। इसमें केंद्र सरकार की योजना का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मोदी द्वारा लगातार कदम बढ़ाये जा रहे हैं।

यादव ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में भारत अंतरिक्ष में नए आयाम स्थापित कर रहा है। चंद्रयान की सफलता से देश के विद्यार्थियों में अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की भावना उत्पन्न हुई है। उन्होंने कहा कि अमृत 2.0 योजना से लक्ष्मणगढ़ कस्बे एवं आसपास के पांच से अधिक गांवों को पेयजल की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति होगी।

सीवरेज व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को आग्रह किया गया था जिस पर बजट में कस्बे के लिए पांच करोड़ रूपए की स्वीकृति जारी की है। यह कार्य भी यथाशीघ्र प्रारम्भ होगा। साथ ही कस्बें एवं आसपास के क्षेत्रों के साथ यहां के राष्ट्रीय राजमार्ग के विषय पर भी कार्य किया जा रहा है।

इससे पहले उन्होंने कस्बें में शहीदे आजम भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत पौधारोपण करके पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।