बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही महागठबंधन में सियासी दरारें, 12 सीटों पर सहयोगी आमने-सामने

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही महागठबंधन के भीतर सियासी दरारें खुलकर सामने आ चुकी हैं और सहयोगी दल 12 विधानसभा क्षेत्रों में एक- दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं।

ज़मीनी हकीकत यह है कि जिस महागठबंधन ने मिलकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को चुनौती देने का सपना देखा था वही अब आपसी संघर्ष से जूझ रहा है।

इनमें से 7 सीटों पर मतदान दूसरे चरण, 11 नवंबर को होना है, जबकि 5 सीटें पहले चरण, 6 नवंबर को मतदान वाली हैं। दूसरे चरण के लिये नामांकन वापसी की अंतिम तारीख गुरुवार 23 अक्टूबर है, लेकिन अब तक इन उम्मीदवारों के हटने के कोई संकेत नहीं हैं।

राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस, वामदल और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के बीच सीधी टक्कर कई सीटों पर देखने को मिल रही है।
सीट बंटवारे में राजद को 143 और कांग्रेस को 61 सीटें मिली थीं, लेकिन जमीनी कार्यकर्ता और स्थानीय नेताओं ने अपनी ही पार्टी की घोषणा को दरकिनार कर दिया है। राजद के छह प्रत्याशी कांग्रेस के खिलाफ चुनाव मैदान में डटे हुए हैं।

सुलतानगंज विधानसभा क्षेत्र से राजद के चंदन कुमार सिन्हा कांग्रेस प्रत्याशी लालन कुमार के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं। प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र से राजद की इशरत परवीन और कांग्रेस के तौकीर आलम खड़े हैं। वैशाली विधानसभा क्षेत्र से राजद के अजय कुशवाहा कांग्रेस के इं. संजीव सिंह के खिलाफ, कहलगांव विधानसभा क्षेत्र से राजद के रजनीश भारती कांग्रेस के प्रवीण कुशवाहा के खिलाफ, वारसलीगंज विधानसभा क्षेत्र से राजद की अनीता देवी कांग्रेस के सतीश कुमार उर्फ़ मंटन सिंह के खिलाफ और नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र से राजद के दीपक कुमार कांग्रेस के शास्वत केदार के चुनावी मैदान में खड़े हैं।

वाम दलों को कुल 33 सीटें दी गई थीं, लेकिन भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने कांग्रेस को टक्कर देते हुए चार जगहों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। करगहर विधानसभा क्षेत्र से सीपीआई के महेंद्र गुप्ता कांग्रेस के संतोष कुमार मिश्रा के खिलाफ, बिहार शरीफ विधानसभा क्षेत्र से सीपीआई के शिव प्रकाश यादव कांग्रेस के ओमैर खान के खिलाफ, राजापाकड़ (सु) विधानसभा क्षेत्र से सीपीआई के मोहित पासवान कांग्रेस की प्रतिमा कुमारी के खिलाफ और बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से सीपीआई के अवधेश कुमार राय कांग्रेस शिव प्रकाश गरीब दास के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

महागठबंधन में मिली 15 सीटों के बावजूद, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के दो उम्मीदवार सीधे तौर पर राजद के सामने खड़े हो गए हैं। चैनपुर विधानसभा क्षेत्र से वीआईपी के बाल गोविंद राजद के ब्रज किशोर बिंद के खिलाफ और बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र से वीआईपी के बिंदु गुलाब राजद के अरुण कुमार सिंह के खिलाफ बतौर प्रत्याशी अपनी दावेदारी कर रहे हैं।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि जिस गठबंधन का उद्देश्य भाजपा के खिलाफ एकजुट विपक्ष खड़ा करना था, वह खुद प्रतिस्पर्धी से प्रतिद्वंदी बन चुका है। बिहार की राजनीति में यह तय हो चुका है कि महागठबंधन के लिये यह चुनाव सिर्फ विरोधियों से नहीं, अपनों से भी है। महागठबंधन में आधिकारिक रूप से सीट बंटवारे के तहत राजद को 143, कांग्रेस को 61, वामदल को 33, वीआईपी को 15 और इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (आईआईपी) को 3 सीट मिले थे।