इस्लामाबाद। पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने इंटर-सर्विसेज़ इंटेलिजेंस (आईएसआई) के पूर्व प्रमुख फैज़ हमीद को कई मामलों में दोषी पाए जाने के बाद गुरुवार को 14 साल की कड़ी कैद की सज़ा सुनाई।
पाकिस्तानी सेना ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल हमीद के खिलाफ कानूनी कार्यवाही 12 अगस्त 2024 को पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत शुरू हुई थी। पाकिस्तानी सेना ने बयान में कहा कि 15 महीने की सुनवाई के बाद उनके लिये यह सज़ा तय की गई है।
हमीद को राजनीतिक कार्यों में शामिल होने, देश की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने की हद तक शासकीय गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन करने, सरकारी संसाधनों एवं प्राधिकार का दुरुपयोग करने और व्यक्तियों को गलत नुकसान पहुंचाने के आरोप में दोषी पाया गया। बयान में कहा गया है कि राजनीतिक तत्वों के साथ मिलकर राजनीतिक अशांति और अस्थिरता भड़काने में उनकी कथित भूमिका पर अलग से कार्रवाई की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) फैज हमीद पाकिस्तान सेना के एक पूर्व उच्च-रैंकिंग अधिकारी थे। वह जून 2019 से अक्टूबर 2021 तक आईएसआई के 29वें महानिदेशक रहे थे।
पंजाब के चकवाल में जन्मे हमीद पाकिस्तान सैन्य अकादमी में प्रशिक्षण के बाद 1987 में बलूच रेजिमेंट में शामिल हुए। उन्होंने आईएसआई के काउंटर-इंटेलिजेंस विंग के प्रमुख (2017-2019) होने के अलावा भी कई अहम भूमिकाएं निभाईं। हमीद को 2017 के फैजाबाद धरने के समाधान और तालिबान के कब्ज़े के बाद 2021 में काबुल की यात्रा के दौरान पहचान मिली थी।



