जयपुर। राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित कई नेताओं ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं पाथेय कण के संरक्षक माणकचंद के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
बागडे ने अपने शोक संदेश में कहा कि माणकचंद का जीवन अनुकरणीय था। राष्ट्र सेवा के साथ त्याग से जुड़े उनके जीवन का स्मरण करते उन्होंने अपनी श्रद्धा निवेदित की। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की है।
शर्मा ने माणकचंद के निधन पर संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि उनके देहावसान का समाचार अत्यंत दुःखद है। राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित उनका प्रेरणादायी जीवन हम सभी के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
बिरला ने कहा कि माणकचंद के देहावसान का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। राष्ट्र सेवा को जीवन का परम ध्येय मानकर समर्पित भाव से कार्य करते हुए उन्होंने जनजागरण और सामाजिक चेतना के क्षेत्र में जो योगदान दिया, वह सदैव स्मरणीय रहेगा। उनका तपस्वी जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है।उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने तथा शोकसंतप्त प्रियजनों को इस अपार दुःख को सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की।
राजे ने कहा कि माणक भाई साहब के देवलोकगमन का समाचार सुन कर दुःख हुआ। उन्होंने कहा कि निस्वार्थ और समर्पण भाव से समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में पूरा जीवन खपा दिया। उन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति और उनके परिजनों, पाथेय कण परिवार और संघ के स्वयं सेवकों यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
इसी तरह उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी एवं डा प्रेम चंद बैरवा, केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मदन राठौड़ ने भी माणकचंद के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया और ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।