अशोक गहलोत से नहीं संभल रहा है गृह मंत्रालय : अरुण सिंह

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने कांग्रेस सरकार पर राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से गृह मंत्रालय नहीं संभल रहा है और ऐसे में उन्हें अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए।

सिंह शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से यह बात कही। उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में महिलाओं पर लगातार अपराध बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोटा में नाबालिग के साथ दुष्कर्म हुआ। प्रतापगढ़ में दो नाबालिगों ने आत्महत्या कर ली।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि धौलपुर में घटना हुई और प्रदेश में लगातार महिलाओं पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है और उनके साथ दुष्कर्म और हत्या हो रही है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि गहलोत प्रदेश के गृह मंत्री होने के नाते इसके लिए इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे है।

सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था फेल हो चुकी है और प्रदेश के हर कोने से महिलाओ पर अत्याचार, सामूहिक दुष्कर्म एवं उनकी हत्या हो रही है और कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि पोस्टर में गहलोत का मुस्कराता हुआ चेहरा देखकर लोगों को और गुस्सा आ रहा है। उन्होंने कहा कि गहलोत को अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि उनसे गृह मंत्रालय संभल नहीं रहा है। उन्होंने प्रदेश में महिलाओं के प्रति हो रही घटनाओं के प्रति गहलोत को दोषी ठहराया है।

एक सवाल पर सिंह ने कहा कि गहलोत घोषणा वीर है जिन्होंने घोषणाओं का अंबार लगा दिया है क्योंकि उन्हें मालूम है कि फिर सत्ता में नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि वह अब जाते जाते और कुछ बोल जाएंगे लेकिन अब जनता का विश्वास उठा चुका है।

विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा उम्मीदवारों के नामों को लेकर किए गए सवाल पर सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया एवं अन्य जगह पार्टी उम्मीदवारों के बारे में जो छप रहा है उस पर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि केन्द्रीय चुनाव समिति जो निर्णय लेगी और उसके बाद जो घोषणा होगी, उसी पर विश्वास करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व एवं चुनाव समिति का निर्णय सभी को मान्य होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कह चुके हैं कि हमारा कमल का ही निशान है और कमल ही चेहरा और कमल ही प्रत्याशी होगा, उसी मूल मंत्र को मानकर आगे बढ़ना चाहिए।