सबगुरु न्यूज-आबूरोड। Ruidp और राजस्थान हाउसिंग बोर्ड। राजस्थान सरकार के एक ही मंत्रालय के दो उपक्रम हैं। वो विभाग है शहरी विकास विभाग। पहले किलो, महलों को सुरक्षित करने के लिए जिस तरह से उनके चारों तरफ खाईयां खोदी जाती थी। इस दोनों विभागों ने इसी तर्ज पर मानपुर हाउसिंग बोर्ड सोसायटी को सुरक्षित किया है। इसके सेक्टर दो उर तीन के प्रवेश मार्ग पर ऋषिकेश और रेवदर साइड में खाई नुमा खड्डे खुद दिया है। अब यहां कोई भी दो पहिया और चार पहिया वाहन तेज रफ्तार से नहीं निकल पाते हैं, निकलेंगे तो उनके शौकर सस्पेंशन की बर्बादी की दोनों विभाग पूरी गारंटी देते हैं। ये बर्बादी का जॉइंट वैंचर हाउसिंग बोर्ड और ruidp ने मिलकर खोला है। एक साल से ज्याद समय से इन लोगों न इसे सीलिए दुरुस्त नहीं किया है ताकि इस कॉलोनी के लोग बाहरी हमलों से सुरक्षित रह सकें।
-दो मुख्यमंत्री दे गए कोढ़
राजस्थान के दो मुख्यमंत्री वसुंधरा और अशोक गहलोत राजस्थान के शहरों को कोढ़ दे आगे हैं। वो कोढ़ है सिवरेज योजना का। विदेशों से कर्जा लेकर दोनों मुख्यमंत्रियों ने छोटे छोटे शहरों के लिए भी सिवरेज स्कीम लागू कर दी। इसकी जिम्मेदार आरयूआइडीपी को दी। जिन छोटे शहरों में दो स्कूटर एकसाथ निकल की जगह नहीं थी वहां की तंग गलियों में भी सिवरेज योजना के दायरे में लाया गया। काम इतना गैर योजनागत हुआ और हो रहा है कि सालों से कई शहर खुदे पड़े हैं। इसकी वजह से हादसे में कई जाने भी गई और लोगों अंगभंग भी हुए। आबूरोड भी इससे अछूता नहीं रहा। लेकिन आबूरोड के जो इलाके नगर पालिका और पीडब्ल्यूडी के पास हैं उनमें तो फिर भी सिवरेज लिए खोदी गई सड़कों को दुरुस्त कर लिया जा रहा है। लेकिन, मानपुर हाउसिंग बोर्ड में राजस्थान हाउसिंग बोर्ड और ruidp ऐसी बर्बादी मचाई है कि इसकी मुख्य प्रवेश मार्ग ही बड़े बड़े गड्ढे से के दिया हैं।
– दोनों तरफ़ हाल बेहाल
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड की मानपुर स्कीम अभी अंडर डेवलप्ड है। इसका निर्माण कई चरणों में हुआ। इसके अंतिम चरण के मकानों का निर्माण अपने अंतिम चरण में है। ऐसे में ये सोसायटी अभी तक दूसरी हाउसिंग बोर्ड सोसायटी की तरह नगर निकाय को हस्तांतरित नहीं की गई है। ऐसे में सड़के और सफाई आदि के काम राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के पास ही है। इसके प्रथम और दूसरे फेज के मकान की मुख्य एंट्री ऋषिकेश रोड पर गणेश मंदिर के आगे से है। दूसरे, तीसरे और चौथे फेज के मकानों की एंट्री गणेश मंदिर से पहले और रेवदर रोड से है। दोनों तरफ के मार्ग हाउसिंग बोर्ड के अधीन आते हैं। ऋषिकेश रोड साइड के प्रवेश मार्ग को ruidp ने बर्बाद कर रखा है।
रेवदर साइड के मुख्य मार्ग के हाउसिंग बोर्ड के मकान निर्माण के लिए आने वाली निर्माण सामग्री के बड़े बड़े ट्रोला और डंपरों से बारिश दोनों तरफ गहरे गड्ढे हो चुके हैं। ऋषिकेश रोड से तो स्कूल बसें आदि हाउसिंग बोर्ड में आती हैं। बारिश में हालत इतने बदहाल हो चुके हैं कि इन गड्ढों में भरे पानी से इनकी गहराई पर नहीं चल पाती। दो पहिया और चार पहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो जा रहे हैं। लेकिन rudip और हाउसिंग बोर्ड दोनों ने ही इन गड्ढों को भरवाकर समतल नहीं करवाया है। स्कूल बसें फंस जाने से वो इधर नहीं आ रही हैं जिससे बच्चों की समस्या हो रही है।
– कचरा ट्रेचिंग से फैलता है कचरा
सफाई व्यवस्था पूरी तरह से हाउसिंग बोर्ड के पास ही है। लेकिन महीनों ठन की सकें पर झाड़ू लगता नहीं दिखता। कई जगह ट्रेचिंग बनाई हुई है। यहां से कचरा नहीं उठता है। ये इलाका उमरनी ग्राम पंचायत में आता है। आसपास के इलाकों में ग्राम पंचायतों ने घर घर कचरा संग्रहण की पेड़ व्यवस्था शुरू कराई है। इससे यहां से कचरा एकत्रित किया जा रहा है। राजस्थान हाउसिंग बोर्ड द्वारा न तो सड़कों को सफाई की व्यवस्था की हुई है न ही ट्रेचिंग से नियमित कचरा उठाने की। इसकी वजह ट्रेचिंग का कचरा उड़कर सड़कों पर घरों के सामने फैला रहता है। झाड़ियों की कटाई नहीं होने से कोढ़ में खाज की स्थिति बन गई है।