चीन की हरकत भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने में मददगार नहीं : विदेश मंत्रालय

नई दिल्ली। भारत ने अरूणाचल प्रदेश की रहने वाली एक भारतीय महिला के साथ शंघाई हवाई अड्डे पर वीजा और पासपोर्ट को लेकर की गई हरकत पर सख्त रूख अपनाते हुए कहा है कि इस तरह की हरकतें दोनों देशों के बीच परस्पर विश्वास और समझ बनाने तथा संबंधों को सामान्य बनाने में मददगार नहीं होगी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बुधवार को यहां मीडिया ब्रीफिंग में सवालों के जवाब में कहा कि अरूणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और इस तरह की हरकतों से हकीकत नहीं बदल सकती। उन्होंने कहा कि भारत पहले भी कई बार यह स्पष्ट कर चुका है कि भारत और चीन के बीच संंबंधों को सामान्य बनाने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखाना जरूरी शर्त है।

प्रवक्ता ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली भारतीय नागरिक के साथ चीन की मनमानी हरकतें दोनों पक्षों द्वारा परस्पर विश्वास और समझ बनाने तथा संबंधों को धीरे-धीरे सामान्य बनाने की कोशिशों में मददगार नहीं हैं। सीमावर्ती क्षेत्रो में शांति बनाए रखना भारत-चीन के आपसी रिश्तों के लगातार और स्थायी बने रहने के लिए एक ज़रूरी शर्त है।

उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में पिछले वर्ष अक्टूबर से निरंतर कार्य किया है जिससे इन क्षेत्रों में स्थिति अच्छी हुई है लेकिन इस तरह की हरकतें इन्हें आगे बढाने में मददगार नहीं होंगी।

प्रवक्ता ने कहा कि इस घटना के बाद भारत ने यहां स्थित चीनी दूतावास और बीजिंग में चीन सरकार के समक्ष इस मुद्दे को सख्ती से उठाया है। उल्लेखनीय है कि चीन के आव्रजन अधिकारियों ने अरूणाचल प्रदेश की एक महिला को शंघाई के रास्ते जापान जाने के दौरान हवाई अड्डे पर हिरासत में ले लिया था और उसके भारतीय पासपोर्ट को लेकर सवाल उठाए थे।