राजस्थान से राजनीति के रावण को हटाना होगा : गजेन्द्र सिंह शेखावत

सीकर। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान की राजनीति में महिला अत्याचार, माफियाराज, भ्रष्टाचार आदि का एक रावण है, इस रावण को इस बार जनता को प्रदेश से हटाना है। राज्य सरकार के राहत शिविरों पर तंज कसते हुए शेखावत ने कहा कि इन शिविरों में गरीबों को लाइन में लगाकर सरकार उन्हें गरीब होने का अहसास कराकर रही है।

सीकर में शुक्रवार को जनआक्रोश महाघेराव सभा में शेखावत ने कहा कि जिस प्रकार त्रेता युग में एक रावण था, उसी प्रकार इस सरकार में भी राजनीति का रावण है। उस रावण के दस सिर थे, इस रावण के भी तुष्टीकरण, भ्रष्टाचार, दलित उत्पीडऩ, नारी अत्याचार, बेरोजगारी, माफियाराज, कलाबाजारी, वादा-खिलाफी, शिक्षा से खिलवाड़, गौहत्यारा और पेपर लीक सरकार नाम के दस सिर हैं। दस सिर वाले इस रावण को राज्य से हमेशा के लिए हटाना है।

शेखावत ने कहा कि गहलोत सरकार राहत शिविर लगा रही है, लेकिन वास्तव में उन्हें गरीबों को राहत नहीं देनी, बल्कि खुद को भगवान दिखाना है। गरीब को इस बात का अहसास कराना है कि तुम भिखारी की तरह हमारे सामने खड़े रहो। गरीब को भिखारी बनाने का पाप यह गहलोत सरकार कर रही है। इसलिए गरीबों को लाइन में खड़ा करवा दिया, अन्यथा इनके पास सारे डाटा पहले से ही मौजूद है। एक बटन दबाकर गरीबों को सीधे सहायता पहुंचाई जा सकती थी।

किसानों, युवाओं के साथ किया धोखा

शेखावत ने कहा कि यह सरकार किसानों को धोखा देकर, युवाओं को धोखा देकर और महिलाओं को झूठा वादाकर सत्ता में आई थी। वसुंधरा राजे के समय राजस्थान सबसे तेज बढ़ते राज्यों में शामिल था, लेकिन अब यहांं माफियाराज पनप रहा है। प्रगति के हर पैमाने पर पिछड़ता हुआ यह राज्य वापस बीमारू राज्य बनने की कगार पर खड़ा हुआ है। इन्होंने न किसानों के कर्जे माफ किए और न ही युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया।

राजस्थान को बनाया रेप की कैपिटल

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जो प्रदेश नारी सम्मान और गौरव के लिए जाना जाता था। उसे इस सरकार ने रेप की कैपिटल बना दिया। ऊपर से प्रदेश को शर्मसार करने वाले बयान देते हैं। राजस्थान की धरती पर मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से कहा कि जितने राजस्थान में रेप होते हैं, अधिकांशत: परिवार वाले ही करते हैं। इसी प्रकार विधानसभा में इस सरकार के सबसे बड़े मंत्री ने कहा- राजस्थान मर्दों का प्रदेश है, इसलिए बलात्कार ज्यादा होते हैं। जिन लोगों ने प्रदेश को बदनाम करने का काम किया। दुर्भाग्य है कि वे आज भी कैबिनेट में बने हुए हैं। इसके खिलाफ आपमें आक्रोश है। इस आक्रोश की कथा को सरकार को सुनाने के लिए आपके बीच मैं यहां मौजूद हूं।

मोदीजी ने बाजरा खरीद के दाम बढ़ाए

शेखावत ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के भले के लिए एमएसपी के भाव बढ़ाए। मोदीजी ने बाजरा और रागी को श्रीअन्न के रूप में पूरे विश्व में प्रचारित किया। इनकी डिमांड बढ़ी है। इसके पहले किसान 1200 रुपए में बाजरा बेचने पर मजबूर होता था। केन्द्र सरकार ने सरकारी खरीद के दाम बढ़ाए, लेकिन राज्य सरकार ने बाजरा,लहसुन आदि खरीदने के लिए चिट्ठी नहीं भेजी। किसानों को खोखला करने का काम करने वाले आज किसान हितैषी बन रहे हैं।

ये तुष्टीकरण की सरकार

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्थान की सरकार ने तुष्टीकरण का काम किया। एक तरफ मोदीजी के नेतृत्व में देश में राम मंदिर बन रहा है तो दूसरी ओर यह सरकार तुष्टीकरण में लगी हुई है। रामजी के दरबार को बुलडोजर से ढहाती है। शिवलिंग को जेसीबी से तोड़ती है। करौली में दंगे हुए। जांच से लेकर बेल तक में तुष्टीकरण किया। नतीजा भीलवाड़ा में दंगा हुआ, जोधपुर में दंगा हुआ। उर्दू को आगे बढ़ाने का काम किया। कन्हैयालाल की फरियाद पुलिस ने नहीं सुनी। उसका सरेआम सर तन से जुदा कर दिया गया।

केन्द्र की योजनाओं का नाम बदलकर चला रही

शेखावत ने कहा कि यह सरकार केन्द्र की योजनाओं के नाम बदल कर काम चला रही है। केन्द्र ने आयुष्मान भारत योजना शुरू की। इन्होंने चिरंजीवी योजना चलाई। इसमें दस लाख रुपए तक की सहायता देने की घोषणा की गई थी। उसमें से केवल 75 लोगों को पांच से दस लाख की सहायत मिली है। इसी प्रकार स्वास्थ्य के अधिकार का कानून लेकर आए। इस दौरान पूरी चिकित्सा व्यवस्था ठप हो गई।

आज भी लालटेन की रोशनी में पढ़ रहे बच्चे

शेखावत ने कहा कि केन्द्र ने राज्य के हर घर में बिजली देने के लिए दीनदयाल योजना और सौभाग्य योजना चलाई, लेकिन इस सरकार ने केन्द्र को लिखकर दे दिया कि सब घरों में बिजली आ गई। इस पर योजना बंद कर दी। बाद में मैंने इस योजना को फिर से छह माह के लिए चालू किया। 1300 करोड़ रुपए और दिए। दूसरी बार फिर चालू किया, लेकिन फिर भी सब घरों में बिजली नहीं दे पाए। गांव ढाणी में बच्चे आज भी लालटेन की रोशनी में पढ़ने को विवश हैं। जल जीवन मिशन में प्रदेश पूरे देश में सबसे पिछड़ा हुआ है।

इस हाथ से दे रही, उस हाथ से ले रही

शेखावत ने मुफ्त बिजली देने की योजना पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पेट्रोल -डीजल पर टैक्स से सरकार जनता को लूट रही है। राजस्थान में पेट्रोल-डीजल सबसे ज्यादा महंगा है। पड़ोसी राज्यों की तुलना में डीजल आठ और पेट्रोल दस रुपए ज्यादा महंगा है। उस पैसे को चुराने का काम राज्य की सरकार करती है। यह राशि करीब 470 करोड़ प्रति माह होती है। इस प्रकार हर साल 5640 करेाड़ रुपए राज्य सरकार आपकी जेब से निकाल लेती है। 22,560 करोड़ रुपए चार साल में होते हैं। पेट्रोल-डीजल में ज्यादा राशि लेकर पहले तो महंगाई बढ़ाई और उसी पैसे से आपको महंगाई में राहत देने का नाम कर रहे हैं। 22 हजार करोड़ रुपए लेकर सौ करोड़ राहत के नाम पर वापस देगी सरकार। इस भुलावे में आपको नहीं आना है। शेखावत ने जनता का आह्वान किया कि इस बार आपको धोखा नहीं खाना है और इस सरकार को हमेशा के लिए भगाना है।