करौली : मगरमच्छ से संघर्ष कर मौत के मुंह से बचकर निकल चरवाहा

करौली/भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर संभाग में करौली के करणपुर में चंबल नदी किनारे 10 फुट लम्बे एक मगरमच्छ के साथ करीब 10 मिनट तक संघर्ष कर एक चरवाहे के मौत के मुंह से बचकर निकल आने की आश्चर्यजनक घटना सामने आई है।

चंबल नदी में करीब 15 मीटर गहरे पानी के अंदर मगरमच्छ के साथ इस संघर्ष में गम्भीर रूप से घायल चरवाहे को करणपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां चिकित्सकों ने उसके पैर में आठ टांके लगाए हैं।

कैमोखरी गांव निवासी 58 वर्षीय मोतीलाल नाथ नदी किनारे गूलर घाट पर बकरियां चराते हुए पानी पीने के लिए नदी किनारे गया, ज़हां पहले से ही घात लगाकर बैठे मगरमच्छ ने उनका एक पैर जबड़े में पकड़ लिया और उसको पानी के अंदर खींच ले गया।

मोतीलाल नाथ के अनुसार एक बार तो उसे लगा कि अब वह नहीं बचेगा लेकिन उसने मगरमच्छ के जबड़े को ऊपर और नीचे से खींच कर चौड़ा कर छूटने के प्रयास के साथ उसके मुंह पर मुक्के मारे। इस दौरान मगरमच्छ के नुकीले दांत हाथ और पैरों में चुभते रहे। इसी दौरान उसकी अंगुली मगरमच्छ की आंख में लगने से मगरमच्छ की पकड़ ढीली होते ही वह छूट कर भागा औऱ नदी किनारे चिल्लाकर लोगों को बुलाया।