कोच्चि। रैपर वेदान (हीरादास मुरली) के खिलाफ महिला डॉक्टर से रेप करने का मामला दर्ज किया गया है। वेदान पर एक महिला डॉक्टर ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। महिला डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बाद शादी का झांसा देने के भी कई और गंभीर आरोप लगाए हैं।
थ्रिक्काकारा पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार एक महिला डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि रैपर ने शादी का वादा करके कुछ समय तक उसके साथ यौन संबंध बनाए। साथ ही महिला डॉक्टर ने आरोप लगाया कि आरोपी उन्हें साल 2021 से लेकर 2023 के बीच केरल राज्य की अलग-अलग जगहों पर ले गया और शादी का वादा करके कई बार यौन उत्पीडन किया और बाद में 2023 में उसे छोड़ दिया।
वहीं मई 2024 में भी भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने रैपर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वेदान ने अपने गाने के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को खराब किया और जातिगत भेदभाव को बढ़ावा दिया। पुलिस अब इन सभी मामलों को ध्यान में रखते हुए जांच को आगे बढ़ा रही है।
इस बीच रैपर वेदान ने इन आरोपों को अपनी छवि खराब करने की साजिश का हिस्सा बताते हुए खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म की शिकायत उन्हें बदनाम करने की एक जानबूझकर की गई कोशिश है और वह कानूनी तौर पर इस मामले का सामना करेंगे। वेदान ने अग्रिम ज़मानत याचिका दायर करने और बिना देर किए उच्च न्यायालय जाने की अपनी मंशा भी जताई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर दुष्कर्म मामला दर्ज कर लिया है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि वेदान से उसकी जान-पहचान इंस्टाग्राम के ज़रिए हुई थी और कथित दुष्कर्म कोझिकोड के एक फ्लैट में हुआ था। रैपर वेदान जिन्हें उनके स्टेज नाम हीरादास मुरली के नाम से भी जाना जाता है को, इसी साल 28 अप्रैल को ड्रग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले पलक्कड़ की भाजपा नगर पार्षद वीएस मिनिमोल ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि वेदान के गाने में न केवल प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपमानजनक सामग्री है, बल्कि हिंदू समुदाय को निशाना बनाकर जाति-आधारित गालियों और अपमानजनक टिप्पणियों के माध्यम से सामाजिक कलह भड़काने का भी इरादा है।
उन्होंने दावा किया कि वेदान ने निराधार, अपमानजनक और आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं, जिससे न केवल प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत और राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचा, बल्कि देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा को भी ठेस पहुंची।
मिनिमोल ने आरोप लगाया कि गीतों के बोलों में जाति-आधारित अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया है, जिसका उद्देश्य विशिष्ट हिंदू जातियों को बदनाम करना और हिंदू समाज में घृणा और विभाजन को भड़काना है। उन्होंने चेतावनी दी कि यह गाना, जिसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया है, सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित कर सकता है, सांप्रदायिक तनाव पैदा कर सकता है और राष्ट्रीय सद्भाव के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को लिखे एक पत्र में उन्होंने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, धारा 500 (मानहानि), धारा 153ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और धारा 505 (सार्वजनिक उपद्रव के लिए उकसाने वाले बयान) के संबंधित प्रावधानों के तहत जाँच की मांग की।
उन्होंने यह भी बताया कि ड्रग मामले में ज़मानत पर बाहर होने के बावजूद, वेदान अपने हजारों चाहने वालों को आकर्षित करने वाले लाइव कॉन्सर्ट आयोजित कर रहा है, जिसके दौरान वह कथित तौर पर हिंसा और नफ़रत भड़काता है।