चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन स्थित मुंगाणा धाम के पीठाधीश्वर मेवाड़ महामंडलेश्वर संत चेतनदास महाराज का शुक्रवार को निधन हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार संत चेतनदास महाराज (90) लम्बे समय से बीमार थे और उदयपुर के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन थे। इसी दौरान सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन का समाचार सुनकर भक्तों में शोक व्याप्त हो गया और बड़ी संख्या में लोग अस्पताल एवं मुंगाणा स्थित उनके आश्रम पहुंच गए।
आश्रम सूत्रों ने बताया कि महाराज जी के अंतिम दर्शन के लिए उनकी महाप्रयाण यात्रा शनिवार सुबह आठ बजे मुंगाणा कस्बे में निकाली जाएगी और पूर्वाह्न 11 बजे उनके आश्रम में ही समाधिस्थ किया जाएगा।
मूलतः मध्यप्रदेश के निवासी संत चेतनदास महाराज की बाल्यकाल से कृष्ण भक्त थे और वैराग्य के बाद वह मुंगाणा आ गए। वहां कृष्ण स्वरूप प्रतिमा खुदाई में निकलने पर उन्होंने वहां श्री सांवलियाजी का एक भव्य मंदिर बनवाया। अपने जीवनकाल में उन्होंने मेवाड़ एवं मध्यप्रदेश के करीब 1700 मंदिरों का जीर्णोद्धार करवाया था। उनके भक्त इस क्षेत्र ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न प्रांतों के साथ विदेशों में भी है।