
ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथी राजस्थान संगीत संस्थान, जयपुर के डॉ विजयेन्द्र गौतम, भाग संघचालक अशोक जैन सहित क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम मुख्य वक्ता के रूप में मंच पर उपस्थित रहे। घोष स्वयंसेवकों द्वारा स्थिरवादन के तहत 22 प्रकार की रचनाओं की प्रस्तुति दी गई।
नाद गोविंदम् कार्यक्रम में उपस्थित स्वयंसेवकों एवं कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता क्षेत्रीय प्रचारक ने कहा संघ प्रचार और प्रदर्शन के लिए कार्य नहीं करता, संघ का मूल काम व्यक्ति निर्माण का है। संघ में प्रागण्य से लेकर रणागण्य तक सब प्रकार का संगीत उसकी भिन्न-भिन्न प्रकार की रचनाएं अलग अलग वाद्य यंत्रों को लेकर के निर्माण की है, उसकी अपनी एक प्रतिष्ठा आज सम्पूर्ण समाज और देश में है।

उन्होंने युवाओं को मोबाइल पर समय बर्बाद करने के स्थान पर शारीरिक सौष्ठव बनाने पर ध्यान देने की बात कहते हुए संघ के पंच प्रण के संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा सबकुछ संघ करेगा ऐसा नहीं है, कई ऐसी संस्थाएं जो देश के लिए कार्य कर रही है। हमें शताब्दी वर्ष में गुणवत्तापूर्ण कार्य के साथ सम्पूर्ण समाज को साथ लेकर चलना होगा।


