जयपुर। राजस्थान में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया गया जिसमें पांच करोड चार लाख 71 हजार से अधिक अधिक मतदाताओं के नाम प्रारूप सूची में शामिल किए गए हैं जबकि लगभग 41 हजार 85 हजार मतदाताओं का गणना प्रपत्र प्राप्त नहीं हुआ हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि 16 दिसम्बरतक कुल पांच करोड़ 46 लाख 56 हजार 215 मतदाताओं में से पांच करोड़ चार लाख 71 हजार 396 मतदाताओं ने अपने गणना प्रपत्र जमा कराए, जो एसआईआर के प्रथम चरण में व्यापक सहभागिता को दर्शाता है।
उन्होंने बताया कि आयोग पारदर्शी, सहभागी एवं समावेशी पुनरीक्षण प्रक्रिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराता है और वास्तविक पात्र मतदाताओं को दावा एवं आपत्ति चरण (17 दिसंबर से 15 जनवरी ) के दौरान पुनः मतदाता सूची में जोड़ा जा सकता है।
जिन 41 लाख 84 हजार 819 मतदाताओं के गणना प्रपत्र प्राप्त नहीं हुए उनके नाम प्रारुप सूची में शामिल नहीं किए गए हैं जिनमें आठ लाख 75 हजार 398 ऐसे मतदाताओं के नाम सूची में थे जिनकी मृत्यु हो चुकी है। दो लाख 48 हजार 417 मतदाता स्थाई रुप से अन्य जगह शिफ्ट हो गए। चार लाख 57 हजार 502 मतदाता अनुपस्थित रहे। तीन लाख 44 हजार से अधिक मतदाता पहले से नामांकित एवं अन्य मतदाता शामिल हैं।



