उदयपुर। पदमश्री सम्मान से सम्मानित ओलंपियन लिंबा राम हल्दीघाटी वेदान रन टू ब्रीथ हाफ मैराथन के सदभावना राजदूत बने है। हल्दीघाटी वेदान रन टू ब्रीथ नौ अक्टूबर को हल्दीघाटी में होगी। इसका आयोजन एक सामाजिक संस्थान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के सहयोग से कर रही है।
संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि लिंबा राम ने भारतीय खेलों का चेहरा बदला है और उनका रन टू ब्रीथ से जुडऩा हमारे लिए गौरव की बात है। हल्दीघाटी हॉफ मैराथन का मकसद छोटी जगहों के प्रतिभावान खिलाडिय़ों को मौका देना है।
लिंबा राम हमारे आयोजन के रोल मॉडल है क्योंकि वे भी मुश्किल हालात का सामना करते हुए महान तीरंदाज बने और राजस्थान व देश का नाम शिखर पर पहुंचाया। राजस्थान के ही अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज व डूंगरपुर निवासी जयंतीलाल भी रन टू ब्रीथ के सदभावना राजदूत होंगे।
जयंती लाल को राजस्थान सरकार ने खेलों में उनकी उपलब्धियों के लिए महाराणा प्रताप पुरस्कार से नवाज चुकी है। इनके अलावा ओंलपियन मुक्केबाज अखिल कुमार भी इस मैराथन से जुड़े हैं।
इनके अलावा राजस्थान के एथलीट श्रीराम सिंह, कृष्णा पूनिया और द्रोणाचार्य सम्मानित वीरेंद्र पूनिया के भी मैराथन से बतौर सदभावना राजदूत जुडऩे की उम्मीद है। ये खिलाड़ी नौ अक्टूबर को मैराथन को हरी झंडी दिखाएंगे और विजेताओं को पुरस्कार देंगे।
हल्दीघाटी रन टू ब्रीथ में ढाई किलोमीटर, पांच, दस व 21 किलोमीटर की दौड़ में धावक हिस्सा लेंगे। राजसमंद जिले के स्कूली छात्र भी इस दौड़ में हिस्सा लेंगे।
पहले तीन स्थान पर आने वाले स्कूली बच्चों को दो साल तक स्कालरशिप देना का फैसला आयोजन समिति ने किया है। मैराथन रक्त तलाई शाही बाग व चेतक समाधि के बीच होगी।