

डिब्रूगढ़। वर्ष 2016 में होने जा रहे असम विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की तैयारी कितनी सुदृढ़ है, शुक्रवार को इसका नजारा देखने को मिला। उपरी असम के डिब्रूगढ़ जिला शहर के पुराने हाईस्कूल खेल मैदान में असम प्रदेश भाजपा ने कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया था।
इस सम्मेलन के जरिए भाजपा ने असम विधानसभा चुनाव का शंखनाद किया। लगभग 50 हजार भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि असम का विकास भाजपानीत सरकार ही कर सकती है।
शाह ने कहा कि राज्य में कांग्रेस बीते 15 वर्षों से सत्ता में है, लेकिन देश के अन्य राज्य जिस तेजी से विकास की दौड़ में आगे निकल गए उस अनुपात में असम काफी पिछड़ गया है।
कारण कांग्रेसनीत सरकार सिर्फ भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती रही। इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष ने केंद्र सरकार की योजनाओं व नीतियों का जमकर बखान किया। उन्होंने मुख्यमंत्री तरुण गोगोई को चुनौती देते हुए कहा कि राज्य की जनता उनके 15 वर्षों के कामों का हिसाब मांग रही है, उनमें हिम्मत है तो उसे बताएं।
भाजपा नेता ने कांग्रेस पर जोरदार राजनीतिक हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र के मद से लगभग 150 से अधिक योजनाएं आरंभ की गई थीं, जो सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गई हैं। कारण पैसे को हड़प लिया गया। उन्होंने कहा कि राज्य में केंद्र की भाजपानीत सरकार ने रोजगार सृजन के लिए अनेकों प्रयास किए हैं, इसके अलावा मुद्रा बैंक, के इन इंडिया के जरिए भी रोजगार पैदा हो रहे हैं।
साथ ही भाजपा सरकार ने राज्य की लंबित एवं अति आवश्यक एनआरसी को अपडेट का काम आरंभ किया। इसलिए अगर राज्य का विकास करना है तो राज्य व देश विरोधी भ्रष्टाचारी सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकना होगा। इसके लिए हमारे कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर कांग्रेस के भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे।
शाह ने कहा कि राज्य में भाजपा के बढ़ते जनाधार से कांग्रेस बौखला गई है। इसलिए बंद कमरे में एआईयूडीएफ के साथ ईलू-ईलू कर रही है। अगर गोगोई में दम है तो सार्वजनिक मंच पर एआईयूडीएफ को लेकर चर्चा करें। लोगों को भ्रमित करने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने सभा में मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूछा कि बीते 15 वर्षों से राज्य में कांग्रेस की सरकार है क्या आज तक सभी गांवों में बिजली, सड़क, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा की व्यवस्था पहुंची, अगर नहीं पहुंची तो इसका जवाब कौन देगा।
भाजपा नेता ने कहा कि बांग्लादेश के साथ हुए भूमि समझौते को कुछ लोग गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं, लेकिन हम बता देना चाहते हैं, कि इससे राज्य की सबसे बड़ी समस्या घुसपैठ का चिरकाल तक के लिए निदान होने जा रहा है। कारण सीमा पर बहुत जल्द बाड़ लगाए जाएंगे, जिससे असम की सुरक्षा तो होगी ही पूरे देश को भी घुसपैठ से निजात मिलेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपानीत सरकार असम समेत पूरे पूर्वोत्तर का विकास करने में जुटी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी कहते हैं कि देश के पश्चिमी हिस्से का विकास तो हुआ लेकिन पूर्वी क्षेत्र का नहीं हुआ, अगर पूरे देश का सामूहिक विकास करना है तो विकास का लाभ सभी क्षेत्रों में पहुंचना चाहिए। इसलिए प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों को 15 दिनों के अंदर पूर्वोत्तर व असम में पहुंचने को कहा है। साथ ही डोनर मंत्रालय का कार्यालय असम में लाया गया, जिससे यहां के विकास को काफी गति मिल रही है।
उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में भाजपा पहली सरकार असम में बनने जारी रही है। जनता असम में परिवर्तन के लिए तैयार है। इसका अनुमान लोकसभा चुनावों में ही देखने को मिल गया, देश की आजादी के बाद असम में सबसे अधिक भाजपा के सांसद हैं। इसलिए भाजपा सर्वस्पर्शी विकास की पक्षधर है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिसमें मुख्य रूप से नगा समझौता, बांग्लादेश से उल्फा नेता अनुप चेतिया को भारत लाना, सीमा सुरक्षा को लेकर योजना, घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए बाड़बंदी व युवाओं के हाथों में रोजगार आदि प्रमुख हैं।