सावित्रीबाई फुले के नाम से अब जाना जाएगा एनआईपीसीसीडी

नई दिल्ली। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले संगठन राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) का नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान कर दिया गया है।

बुधवार को एक विज्ञप्ति में महिला बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी के हवाले से कहा गया है कि एनआईपीसीसीडी का नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान करना भारत के अग्रणी समाज सुधारकों में से एक की विरासत को एक श्रद्धांजलि है और यह महिला एवं बाल-केंद्रित विकास के प्रति हमारी सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।

एनआईपीसीसीडी के नाम परिवर्तन के लिए सोमवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 की धारा 12 और 12ए के अनुसार नाम परिवर्तन 19 जून से प्रभावी हो गया है। इस संस्थान की स्थापना फरवरी 1966 में तत्कालीन योजना आयोग के तहत सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ रिसर्च एंड ट्रेनिंग इन पब्लिक कोऑपरेशन नाम से की गई थी। वर्ष 1975 में इसका नाम बदल कर एनआईपीसीसीडी कर दिया गया। इसका मुख्यालय दिल्ली में है और यह अपने पांच क्षेत्रीय केन्द्रों के साथ काम करता है।

सावित्रीबाई फुले को देश की पहली महिला शिक्षिका और एक क्रांतिकारी के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने जाति और लिंग संबंधी बाधाओं को चुनौती दी। केन्द्र सरकार के इस कदम को 19वीं सदी की समाज सुधारक, शिक्षिका और भारत में महिला अधिकारों की प्रमुख पैरोकार रहीं सावित्रीबाई फुले को श्रद्धांजलि के रूप में देखा जा रहा है।