ट्रम्प के बयान पर केन्द्र सरकार को करना चाहिए अपना रुख स्पष्ट अशोक गहलोत

जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने कहा है कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर दिया बयान मायना रखता है और इस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार ने अभी तक अपना रुख स्पष्ट नहीं किया हैं, क्या उन्हें किसी तीसरे देश की मध्यस्थता स्वीकार थी।

गहलोत ने सोमवार को यहां मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश में चाहे किसी भी दल की सरकार रही हो कभी भी ऐसा नहीं हुआ कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी तीसरे पक्ष की भूमिका रही हो और किसी ने भी हमारे मामलों में हस्तक्षेप नहीं किया, जो भी मुद्दा था उस पर भारत और पाकिस्तान के बीच की बातचीत हुई, चाहे कश्मीर का मुद्दा रहा हो या अन्य मुद्दा।

यह पहली बार हुआ है कि अमरीका के राष्ट्रपति इसमें पंचायती कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मैंने सीजफायर करवाया, कश्मीर का मसला भी सुलझाएंगे। गहलोत ने कहा कि ट्रंप दुनिया के सबसे ताकतवर देश के राष्ट्रपति हैं और उनके कहने के मायने होते हैं लेकिन केन्द्र सरकार ने इस पर चुप्पी साध रखी है। प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार ने अभी तक इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है कि क्या उन्हें किसी तीसरे देश की मध्यस्थता स्वीकार थी।

उन्होंने कहा कि ट्रंप लगातार बयान दे रहे हैं इसको लेकर देश की जनता में भी गांव तक गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है लेकिन सरकार समझ नहीं रही है। मोदी सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार और भाजपा डैमेज कंट्रोल के लिए तिरंगा यात्रा निकाल रही है और इसके पीछे भी राजनीति की जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग लगातार सरकार से कह रहे हैं कि अमेरिका राष्ट्रपति जो बार-बार बयान दे रहे हैं, उस पर आपकी क्या राय है। इस पर जवाब देना चाहिए लेकिन सरकार की तरफ से कोई इस पर जवाब नहीं दे रहा है।

कांग्रेस नेता शशि थरूर को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने पर गहलोत ने कहा कि अब इस मामले में पार्टी की राय भी स्पष्ट हो गई है, जिसे जाना है वो जाए। भाजपा और मोदी सरकार ऐसे संवेदनशील मामलों में भी राजनीति कर रही है और विपक्ष को एक प्रकार से कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब प्रतिपक्ष के नेता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जो नाम दिए थे, उनको ही लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि थरूर अच्छे इंसान हैं और कांग्रेस के टिकट पर लगातार चुनाव जीत रहे हैं। उनकी भी जिम्मेदारी बनती है कि अगर उन्हें कोई अप्रोच करता है तो बोलना चाहिए कि पार्टी हाईकमान से इस बारे में बात करनी होगी। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पूरा विपक्ष एक साथ आ गया है फिर इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए।