नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया-भर में आतंक के खिलाफ़ लड़ाई को नया विश्वास और उत्साह दिया है क्योंकि हमारे जवानों ने आतंक के अड्डों को तबाह किया, यह उनका अदम्य साहस था और उसमें आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ भारत में बने हथियारों, उपकरणों और प्रौद्योगिकी की की ताकत शामिल थी।
मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात की 122वीं कड़ी में कहा कि आज पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है, आक्रोश से भरा हुआ है, संकल्पबद्ध है। आज हर भारतीय का आतंकवाद को खत्म करने का संकल्प है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान हमारी सेनाओं ने जो पराक्रम दिखाया है उसने हर हिंदुस्तानी का सिर ऊँचा कर दिया है। जिस सटीकता के साथ हमारी सेनाओं ने सीमा पार के आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया वो अद्भुत है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने दुनिया-भर में आतंक के खिलाफ़ लड़ाई को नया विश्वास और उत्साह दिया है।
उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सिर्फ एक सैन्य मिशन नहीं है ये हमारे संकल्प, साहस और बदलते भारत की तस्वीर है और इस तस्वीर ने पूरे देश को देश-भक्ति के भावों से भर दिया है, तिरंगे में रंग दिया है। देश के कई शहरों में, गावों में, छोटे-छोटे कस्बों में, तिरंगा यात्राएं निकाली गई। हजारों लोग हाथों में तिरंगा लेकर देश की सेना, उसके प्रति वंदन-अभिनंदन करने निकल पड़े। कितने ही शहरों में बड़ी संख्या में युवा एकजुट हो गए और सोशल मीडिया पर कविताएं लिखी जा रही थीं, संकल्प गीत गाये जा रहे थे। छोटे-छोटे बच्चे पेंटिंग बना रहे थे जिनमें बड़े सन्देश छुपे थे।
मोदी ने कहा कि मैं अभी तीन दिन पहले बीकानेर गया था। वहां बच्चों ने मुझे ऐसी ही एक पेंटिंग भेंट की थी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने देश के लोगों को इतना प्रभावित किया है कि कई परिवारों ने इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया है। बिहार के कटिहार में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में और भी कई शहरों में, उस दौरान जन्म लेने वाले बच्चों का नाम ‘सिंदूर’ रखा गया है।
उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने आतंक के अड्डों को तबाह किया, यह उनका अदम्य साहस था और उसमें शामिल थी। भारत में बने हथियारों, उपकरणों और प्रौद्योगिकी की ताकत। उसमें ‘आत्मनिर्भर भारत’ का संकल्प भी था। हमारे इंजीनियर, हमारे टेक्नीशियन हर किसी का पसीना इस विजय में शामिल है। इस अभियान के बाद पूरे देश में ‘वोकल फॉर लोकल’को लेकर एक नई ऊर्जा दिख रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई बातें मन को छू जाती हैं। एक मां-बाप ने कहा कि अब हम अपने बच्चों के लिए सिर्फ भारत में बने खिलौने ही लेंगे। देश-भक्ति की शुरुआत बचपन से होगी। कुछ परिवारों ने शपथ ली है कि हम अपनी अगली छुट्टियां देश के किसी खूबसूरत जगह में ही बिताएंगे। कई युवाओं ने भारत में शादी करने का संकल्प लिया है, वे देश में ही शादी करेंगे। किसी ने ये भी कहा है कि अब जो भी उपहार देंगे, वह किसी भारतीय शिल्पकार के हाथों से बना होगा।
मोदी ने कहा कि भारत की असली ताकत जन-मन का जुड़ाव, जन-भागीदारी। उन्होंने देशवासियों से देश में बनी चीजों को प्राथमिकता देने का संकल्प लेने की अपील करते हुये कहा कि यह सिर्फ़ आर्थिक आत्मनिर्भरता की बात नहीं है, यह राष्ट्र के निर्माण में भागीदारी का भाव है। हमारा एक कदम भारत की प्रगति में बहुत बड़ा योगदान बन सकता है।