मोदी 12 मार्च को करेंगे रेलवे की विभिन्न परियोजनों का शिलान्यास व लोकार्पण

अजमेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा (वर्चुअली) अजमेर मंडल सहित पूरे देश से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं एक स्टेशन एक उत्पाद, गतिशक्ति कार्गो टर्मिनल और गुड्स शेड के शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे।

मंडल रेल प्रबंधक राजीव धनखड़ ने रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि 12 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा (वर्चुअली) अजमेर मंडल की निम्न परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक बलदेव राम एवं वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार महला भी उपस्थित थे।

1. गति शक्ति कार्गो टर्मिनल- चित्तौड़गढ़ जिले के भूपालसागर में मेसर्स विमला इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड तथा उदयपुर जिले के खेमली में उदयपुर सीमेंट वर्क्स लिमिटेड (यूसीजीके)

2. गुड्स शेड- नाथद्वारा

3. एक स्टेशन एक उत्पाद स्टॉल – (कुल 18 स्टेशन) डूंगरपुर, खामलीघाट, अजमेर, विजयनगर, नसीराबाद, भीलवाड़ा, मावली जंक्शन, कपासन, फतेहनगर, मारवाड़ जंक्शन, रानी, फालना, सोजत रोड, सोमेसर, आबूरोड, पिंडवाड़ा, राणाप्रताप नगर एवं उदयपुर

मंडल रेलवे प्रबंधक राजीव धनखड़ ने बताया की दिनांक 12 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश की कुल 85,457 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे। जो इस प्रकार हैं-

शिलान्यास

कुल 19 रेलवे वर्कशॉप, लोको शेड, पिट लाइन/कोचिंग डिपो, फलटन-बारामती नई लाइन और इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन सिस्टम अपग्रेडेशन कार्य-कुल लागत 6558 करोड़ रुपए।

राष्ट्र को समर्पण

पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का न्यू खुर्जा से सहनेवाल (401 रुट किलोमीटर) खंड कुल लागत 11,859 करोड़ रुपए।

पश्चिमी डेडीकेटेड फफ्रेट कॉरिडोर का न्यू मकरपुरा से न्यू घोलवड खंड (244 रुट किमी) कुल लागत 13,363 करोड रुपए।

वेस्टर्न डीएफसी का ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर (ओसीसी)- कुल लागत 280 करोड रुपए।

रेलवे लाइनों का दोहरीकरण/मल्टी-ट्रैकिंग और गेज परिवर्तन (1500 किलोमीटर, 100 खंड)- कुल लागत 20,744 करोड रुपए।

विभिन्न रेल खंडों का विद्युतीकरण (2135 किलोमीटर)- कुल लागत 2400 करोड रुपए।

रेलवे वर्कशॉप, लोको शेड, पिट लाइन/कोचिंग डिपो (कुल 16)- कुल लागत 2763 करोड रुपए।

राष्ट्र को समर्पण

रेलवे गुड्स-शेड- कुल लागत 222 करोड रुपए।

गतिशक्ति मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल (कुल 51- कुल लागत 25 करोड रुपए।

स्टेशनों का डिजिटल नियंत्रण (कुल 2646)- कुल लागत 25500 करोड रुपए।

स्वचालित सिग्नलिंग सेक्शन (80 सेक्शन के 1045 रुट किलोमीटर में)- कुल लागत 1361 करोड रुपए।

प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (कुल 50)- कुल लागत 5 करोड रुपए।

एक स्टेशन एक उत्पाद स्टॉल (कुल 1500 से अधिक)- कुल लागत 160 करोड रुपए।

सौर ऊर्जा संचालित स्टेशन/सेवा भवन (975 लोकेशन)- कुल लागत 215 करोड रुपए।

रेल कोच रेस्तरां (कुल 35)- कुल लागत 2 करोड रुपए।

समग्र राशि 85,457 करोड़ रुपए

वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करना

1. मैसूरु -डॉ. एमजी रामचन्द्रन सेंट्रल (चेन्नई)
2. लखनऊ -देहरादून
3. कलबुर्गी- सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल, बेंगलुरु
4. रांची -वाराणसी
5. दिल्ली (निजामुद्दीन) -खजुराहो
6. सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम
7. न्यू जलपाईगुड़ी-पटना
8. पटना-लखनऊ
9. अहमदाबाद -मुंबई सेंट्रल
10. पुरी- विशाखापट्टनम

वंदे भारत ट्रेनों के विस्तार को हरी झंडी

11. अहमदाबाद -जामनगर का द्वारका तक
12. अजमेर- दिल्ली सराय रोहिल्ला का चंडीगढ़ तक
13. गोरखपुर- लखनऊ का प्रयागराज तक
14. तिरुवनंतपुरम-कासरगोड का मंगलुरु तक नई यात्री ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करना
15. आसनसोल- हटिया
16. तिरुपति- कोल्लम

मालगाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करना

17. न्यू खुर्जा से
18. साहनेवाल से
19. न्यू सोनेनगर से
20. न्यू रेवाड़ी से
21. न्यू किशनगढ़ से
22. न्यू घोलवड से
23. न्यू मकरपुरा से