बेंगलूरु। लोकसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार वोटों की चोरी से बनी है।
गांधी ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए चुनाव आयोग पर सत्तारुढ़ दल के साथ मिलकर नतीजों में हेरफेर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अगर हमें चुनावी आंकड़ों का डेटा मिल जाए तो हम साबित कर देंगे कि सिर्फ एक नहीं, बल्कि पूरे भारत में सीटें चुरायी गयी हैं और केंद्र की मोदी सरकार वोटों की चोरी से बनी है। वर्ष 2024 का जनादेश सिर्फ 25 सीटों के अंतर पर टिका है और 25 निर्वाचन क्षेत्रों में 34,000 से कम वोटों के अंतर से जीत हासिल की गई है।
उन्होंने कहा कि यह संविधान के मूल सिद्धांत ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ पर कुठाराघात है। उन्होंने चेतावनी दी कि जिम्मेदार लोगों को एक-एक करके पकड़ा जाएगा। बेंगलूरु सेंट्रल लोकसभा सीट के अंतर्गत महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में अपनी पार्टी की जांच का हवाला देते हुए गांधी ने दावा किया कि 6.5 लाख वोटों में से 1.25 लाख फर्जी थे। उन्होंने कहा कि 2019 में महाराष्ट्र में भी इसी तरह के पैटर्न स्पष्ट थे, जहां एक करोड़ नए मतदाता विधानसभा चुनावों में शामिल हुए लेकिन लोकसभा चुनावों में नहीं और ऐसे सभी नए वोट भाजपा को गए। कर्नाटक में आंतरिक सर्वेक्षणों के मुताबिक कांग्रेस के 15-16 लोकसभा सीटें जीतने की भविष्यवाणी की गई थी।
गांधी ने कहा कि वे (भाजपा) जानते हैं कि अगर लोग इस डेटा पर सवाल उठाने लगे, तो उनकी पूरी व्यवस्था चरमरा जाएगी। चुनाव आयोग से पिछले 10 वर्षों की पूरी इलेक्ट्रॉनिक मतदाता सूची और सभी वीडियोग्राफी रिकॉर्ड जारी करने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी को छिपाना अपराध को छिपाने और चुनाव में भाजपा की मदद करने के समान है। उन्होंने कर्नाटक सरकार से मतदाता सूची में कथित हेरफेर की जांच कर्नाटक की जनता के विरुद्ध एक आपराधिक कृत्य के रूप में करने का आग्रह किया।
कांग्रेस नेता ने भाजपा की विचारधारा को संविधान के विरुद्ध और गरीबों, किसानों, मजदूरों तथा छोटे व्यापारियों के लिए हानिकारक बताते हुए ने संकल्प लिया कि कांग्रेस कार्यकर्ता संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करते रहेंगे। उन्होंने अंत में कहा कि संविधान अमर रहे, भारत अमर रहे।