नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तथा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है कि आज सबसे बड़ी समस्या देश की आर्थिक नीति, रक्षा नीति और विदेश नीति की है जिसे मोदी सरकार ने बर्बाद कर दिया है।
गांधी ने संसद भवन परिसर में गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए सरकार पर तीखा हमला करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आर्थिक नीतियां पूरी तरह विफल हो गई है और उसने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है। भारतीय अर्थव्यवस्था मर चुकी है। मोदी ने इसे खत्म कर दिया है। इस राज में अडानी-मोदी साझेदारी, नोटबंदी और त्रुटिपूर्ण जीएसटी, असफल असेम्बल इन इंडिया, एमएसएमई का सफाया, किसान कुचले गए हैं। मोदी ने भारत के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है क्योंकि नौकरियां नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि आज देश की सबसे बड़ी समस्या देश की आर्थिक नीति, रक्षा नीति और विदेश नीति है जिसे मोदी सरकार ने बर्बाद कर दिया है। श्री मोदी इस देश को बर्बाद कर रहे हैं। वह सिर्फ एक ही व्यक्ति अडानी के लिए काम करते हैं। इन लोगों ने सारे के सारे छोटे कारेाबार खत्म कर दिए हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था आज एक मृत अर्थव्यवस्था बन गई है।
उन्होंने एक अन्य सवाल पर कहा कि भारत एक मृत अर्थव्यवस्था है, क्या आप लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। पूरी दुनिया जानती है- भारत की इकॉनामी ‘डेड इकानामी है और भाजपा ने देश की इकॉनामी को खत्म किया है। क्यों खत्म किया है- अडानी की मदद करने को खत्म किया है। विदेश मंत्री भाषण देते हुए कहते हैं कि हमारी विदेश नीति बहुत ही शानदार है। एक तरफ अमरीका, भारत को भला-बुरा कह रहा है तो दूसरी तरफ चीन हमारे पीछे पड़ा है। जब आप अपना डेलिगेशन दुनिया भर में भेजते हैं, तो कोई भी देश पाकिस्तान की निंदा नहीं करता।
कांग्रेस नेता ने मोदी पर हमला करते हुए कहा कि ये देश को कैसे चला रहे हैं- इन्हें देश चलाना ही नहीं आता, पूरी तरह से भ्रमित हैं। प्रधानमंत्री मोदी अपने भाषण में ट्रंप और चीन का नाम नहीं लेते। जिस पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने पहलगाम में हमला करवाया वह राष्ट्रपति ट्रंप के साथ लंच कर रहे हैं और हमारी सरकार कह रही है कि हमें बड़ी सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि ट्रंप ने 30-32 बार कहा है कि उन्होंने दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई को रुकवाया है। उन्होंने यह भी कहा है कि पांच विमान गिरे हैं और अब वो 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की बात बोल रहे हैं। बड़ा सवाल है कि मोदी इन सवालों का जवाब क्यों नहीं दे पा रहे हैं। नियंत्रण किसके हाथ में है यह बात समझने की है।