भाजपा की प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति और संकल्प पत्र समिति का गठन

जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देशन में प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति और प्रदेश संकल्प पत्र समिति की घोषणा की गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने गुरुवार को यहां प्रेसवार्ता करके दोनों समितियों की घोषणा की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी भी मौजूद थे।

जोशी ने बताया कि प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक पूर्व सांसद एंव भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पचारिया को बनाया गया है। सह-संयोजक पद पर औंकार सिंह लखावत, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सासंद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, प्रदेश महामंत्री भजन लाल शर्मा, दामोदर अग्रवाल, सी एम मीणा और कन्हैयालाल बेरवाल वहीं समिति में राजेंद्र सिंह शेखावत, प्रमोद वशिष्ठ, शंकर अग्रवाल, आनंद शर्मा, पंकज गुप्ता, निर्मल शर्मा, लक्ष्मीकांत भारद्वाज, सुनील कोठारी, हीरेन्द्र कौशिक, धनराज सोलंकी, निर्मल नाहटा, अभिषेक रावत, डॉ.अपूर्वा सिंह और स्नेहा कांबोज को सदस्य नियुक्त किया गया है।

उन्होंने बताया कि संकल्प प़त्र समिति का संयोजक केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को बनाया गया है। सह-संयोजक पद पर राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाडी एवं किरोडी लाल मीणा, भाजपा नेता अल्का सिंह गुर्जर, राव राजेंद्र सिंह, सुभाष महरिया, प्रभु लाल सैनी और राखी राठौर को नियुक्त किया गया है।

उन्होंने बताया कि पार्टी के सुशील कटारा, हिमांशु शर्मा, अशोक रामदास अग्रवाल, रतन लाल गाडरी, रामगोपाल सुथार, प्रभु धोबी (बाडोवालिया), मोहन नाई जसवंत बिश्नोई, खेमराज देसाई, अशोक वर्मा, सीएम मीणा, ममता शर्मा, प्रकाश माली, श्याम सिंह चौहान, डॉ. मनन चतुर्वेदी, सरदार जसबीर सिंह और डॉ एसएस अग्रवाल को सदस्य नियुक्त किया गया है।

अरूण सिंह ने कहा कि प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति और संकल्प पत्र समिति में अनुभवी टीम की घोषणा की गई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की जनता गहलोत के शासन से पूरी तरह हताश और तंग है। चाहे वह महिला अपराध, भ्रष्टाचार, युवाओं और किसानों से वादाखिलाफी कोई भी क्षे़त्र हो गहलोत सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है।

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार से छुटकारा पाना चाहती हैं। दोनों घोषित टीमें विजय संकल्प के साथ काम करेंगी और आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रचंड बहुमत से सत्ता में आएगी।