6 लाख से अधिक अभ्यर्थी हुए सफल
अजमेर। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान द्वारा आयोजित रीट राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा 2024 का परिणाम गुरुवार 8 मई को घोषित किया गया। इस अवसर पर राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े। उन्होंने सफल परीक्षार्थियों को शुभकामनाएं दीं।
बोर्ड के प्रशासक महेश चंद्र शर्मा ने कहा कि यह परीक्षा 27 और 28 फरवरी 2025 को तीन पारियों में आयोजित की गई थी। परीक्षा दो स्तरों लेवल-1 प्राथमिक स्तर और लेवल-2 उच्च प्राथमिक स्तर में संपन्न हुई थी। इसके साथ ही कुछ अभ्यर्थी दोनों स्तरों के लिए भी पंजीकृत थे।
उन्होंने कहा कि लेवल-1 परीक्षा के लिए कुल 3 लाख 46 हजार 626 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण करवाया था। इसमें से 3 लाख 14 हजार 195 अभ्यर्थी परीक्षा में उपस्थित हुए। इनमें से एक लाख 95 हजार 847 परीक्षार्थी सफल हुए है। इसमें उत्तीर्ण प्रतिशत 62.33ः रहा। इस प्रकार लेवल-2 परीक्षा में 9 लाख 68 हजार 502 अभ्यर्थी पंजीकृत थे।
इनमें से 8 लाख 79 हजार 671 ने परीक्षा में भाग लिया और 3 लाख 93 हजार 124 परीक्षार्थी सफल हुए। इस स्तर पर उत्तीर्ण प्रतिशत 44.69ः रहा। वहीं दोनों स्तरों के लिए पंजीकृत अभ्यर्थियों की संख्या एक लाख 14 हजार 696 थी। इसमें से 92 हजार 767 ने परीक्षा दी। इनमें से 47 हजार 97 अभ्यर्थी सफल हुए। इसमें उत्तीर्ण प्रतिशत 50.77 रहा।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सफल परीक्षार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह परीक्षा युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। इससे वे शिक्षक बनने के अपने सपने को साकार कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने असफल अभ्यर्थियों को निराश नहीं होने की सलाह दी और सफलता प्राप्ति तक निरंतर प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया।
बोर्ड प्रशासक महेश चंद्र शर्मा ने कहा कि राजस्थान सरकार ने रीट परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को सौंपी थी। इस जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए बोर्ड ने परीक्षा का आयोजन तीन पारियों में सफलतापूर्वक किया। उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पूरी टीम को बधाई दी।
बोर्ड सचिव कैलाश चंद्र शर्मा ने बताया कि परीक्षार्थियों को उनके परिणाम के प्रमाण पत्र लगभग एक माह के भीतर उपलब्ध करा दिए जाएंगे। प्रमाण पत्र परीक्षार्थी के परीक्षा केंद्र वाले जिले के चयनित नोडल विद्यालय से प्राप्त किए जा सकेंगे। प्रत्येक जिले में एक विद्यालय को नोडल स्कूल के रूप में चिन्हित किया जाएगा। इससे परीक्षार्थी अपना प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकेंगे।