बालासोर। ओडिशा में बालासोर के एफएम स्वशासी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दिलीप घोष को द्वितीय वर्ष की इंटीग्रेटेड बीएड छात्रा द्वारा हाल में कॉलेज परिसर में किए गए आत्मदाह के प्रयास के सिलसिले में सोमवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने इससे पहले शनिवार को कॉलेज के शिक्षा विभाग के प्रमुख समीर कुमार साहू को गिरफ्तार किया था। उन्हें इस मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया था। छात्रा ने साहू पर गंभीर मानसिक और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।कॉलेज परिसर में लड़की द्वारा आत्मदाह का प्रयास करने के कुछ घंटों बाद घोष और साहू को निलंबित कर दिया गया।
इस घटना के बाद बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस सहित विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों ने पूरे दिन व्यापक विरोध प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जाँच, आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी तथा उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज के इस्तीफे की माँग की।
बीजद की छात्र और युवा शाखा ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए कॉलेज के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा मंत्री के पुतले भी फूंके। गांधी स्मृति भवन में बैठक के बाद बीजद महिला शाखा ने डीआईजी (पूर्वी रेंज) को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें आत्मदाह के प्रयास की गहन जांच की माँग की गई।
पूर्व मंत्री प्रताप जेना, स्नेहांगिनी छुरिया और ज़िले के विधायकों सहित अन्य पूर्व विधायकों और जनप्रतिनिधियों सहित वरिष्ठ बीजद नेताओं ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं, हिंसा और अत्याचार में चिंताजनक वृद्धि हुई है।
नेताओं ने दावा किया कि हालांकि पीड़िता ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ के ज़रिए कॉलेज प्रशासन, स्थानीय सांसद प्रताप चंद्र सारंगी और अन्य लोगों से संपर्क किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई जिससे उसे यह कठोर कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।
प्रदेश महिला विंग की अध्यक्ष मीनाक्षी बहिनीपति के नेतृत्व में कांग्रेस की एक तथ्य-अन्वेषी टीम ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की और पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन सौंपकर ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की।ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइज़ेशन (एआईडीएसओ) के कार्यकर्ताओं ने भी ज़िला कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के पुतले फूंके।