राष्ट्रीय हिंदू फ्रंट ने की जनसंख्या नियंत्रण कानून पारित करने की मांग

विश्व जनसंख्या दिवस पर पीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
अजमेर। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर शुक्रवार को राष्ट्रीय हिंदू फ्रंट (यूनिट का जनसंख्या समाधान फाऊंडेशन) अजमेर ने अतिरिक्त कलेक्टर गजेंद्र सिंह राठौर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देश में बढ़ती जनसंख्या, जनसांख्यिकीय असंतुलन, बेरोजगारी, भुखमरी, महंगाई एवं पर्यावरणीय संकट जैसी गंभीर समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जनसंख्या नियंत्रण कानून को संसद में पारित कर शक्ति से लागू की जाने की मांग की गई है।

ज्ञापन में बताया गया कि भारत विश्व के केवल दो 2.4 प्रतिशत भू भाग पर स्थित है, जबकि यहां 17.74 प्रतिशत वैश्विक जनसंख्या निवास करती है। इससे देश की सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण परिस्थितियों दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है जो अंतत देश को गृह युद्ध जैसी स्थिति की ओर ले जा सकती है।

फ्रंट के संरक्षक सुरेंद्र शेखावत ने बताया कि देश में सभी धर्मों, वर्गों और संप्रदाय के ऊपर उठकर एक समान जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि बढ़ती हुई आबादी बेरोजगारी, भुखमरी महंगाई एवं पर्यावरणीय समस्याओं की मूल जड़ है।

जिलाध्यक्ष डॉ राजू शर्मा ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि मानते हुए ऐसा सख्त कानून बनाए जिसमें अधिसूचना जारी होने की तिथि के 1 वर्ष पश्चात यदि कोई दंपती दो से अधिक जीवित संतान उत्पन्न करता है तो उन्हें सरकारी सुविधाओं, अनुदानों एवं नौकरी से वंचित कर दिया जाए। साथ ही ऐसे नागरिकों की मतदान का अधिकार, चुनाव लड़ने की पात्रता भी समाप्त कर दी जाए। पुनः उल्लंघन करने पर 10 वर्ष की कारावास का प्रावधान भी लागू किया जाए।

राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी वनिता जैमन ने कहा कि जनसंख्या असंतुलन धार्मिक उन्माद और पत्थरबाजी जैसी घटनाओं को जन्म देता है। जिससे शांतिप्रिय संख्या में कम समाज को पलायन करना पडता है। उन्होंने पहलगांव आतंकी घटना के बाद भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर कि सराहना करते हुए इसे भारत के लिए गर्व का विषय बताया।

इस अवसर पर सावित्री शर्मा, वर्षा कंवर, किरण कंवर, मुकेश पारीक, रवि कनौजिया, महेंद्र कुमार शर्मा, एडवोकेट उदय सिंह, दिनेश चौधरी, नरेंद्र रावत, अनिल पारीक, दलजीत सिंह राव, विकास गोरा, महेश कन्नौजिया सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।