जोधपुर। राजस्थान में सूर्यनगरी के रूप में प्रसिद्ध जोधपुर शहर में 7.633 किलोमीटर लंबे फोर-लेन एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए 1243.19 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी। गडकरी ने बताया कि जोधपुर शहर राष्ट्रीय राजमार्ग-62, राष्ट्रीय राजमार्ग-25 और राष्ट्रीय राजमार्ग-125 से युक्त राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क से जुड़ा हुआ है, जो मुख्य रूप से जोधपुर शहर के केंद्र से होकर गुजरते हैं। इस कॉरिडोर के रणनीतिक महत्व को देखते हुए, प्रस्तावित एलिवेटेड कॉरिडोर सहित जोधपुर रिंग रोड को जोड़ने वाले मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग-62 और राष्ट्रीय राजमार्ग-125 शहर से होकर गुजरने वाली मुख्य धमनी लिंक होगी।
एलिवेटेड कॉरिडोर महामंदिर जंक्शन से शुरू होकर जोधपुर शहर में अखलिया चौराहा के पास खत्म होगा। प्रस्तावित कॉरिडोर यात्रियों को आठ प्रमुख और 20 छोटे जंक्शनों से ऊपर जाने में सक्षम बनाएगा और भीड़भाड़ मुक्त आवाजाही सुनिश्चित करेगा, जिससे यात्रा का समय बचेगा। प्रस्तावित एलिवेटेड रोड में दोनों तरफ कन्टिन्युअस स्लिप, सर्विस रोड और स्थानीय यातायात की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए 13 प्रवेश एवं निकास रैंप होंगे।
इस पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने खुशी जताते हुए इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गडकरी का इस स्वीकृति के लिए आभार जताया। श्री शेखावत ने कहा कि क्षेत्रवासियों की बहुप्रतीक्षित मांग के पूरा होने पर एलिवेटेड रोड से जोधपुर के यातायात को अत्यधिक सुगमता और सुरक्षा मिलेगी।
गौरतलब है कि जोधपुर में एलिवेटेड रोड का प्लान बरसों से चल रहा था लेकिन यह मूर्तरूप लेने का नाम नहीं ले रहा था। शेखावत ने इसको लेकर अनेक बार गडकरी से मिलकर चर्चा की और इसके बाद जोधपुर को इसकी सौगात मिली।
भजनलाल शर्मा ने मोदी और गडकरी का जताया आभार
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जोधपुर एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए 1243 करोड़ 19 लाख रुपए स्वीकृत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है।शर्मा ने कहा कि उत्कृष्ट सड़क कनेक्टिविटी, विकसित राजस्थान के संकल्प को साकार करने की दिशा में जोधपुर की 7.633 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि आधारभूत संरचनाओं के सुदृढ़ीकरण एवं परिवहन सेवाओं के विस्तार के लिए केन्द्र एवं राज्य की डबल इंजन की सरकार प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है।