जैसलमेर। ऑपरेशन सिंदूर के बाद बांग्लादेश और पाकिस्तान से लगती सीमाओं पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान अब एक नए कॉम्बेट ड्रेस कोड (वर्दी) में नजर आएंगे।
बीएसएफ के जैसलमेर सेक्टर नार्थ के उप महानिरीक्षक योगेंद्र सिंह राठौड़ ने शनिवार को बताया कि यह नई वर्दी पूरी तरह डिजिटल स्वरूप पर आधारित होगी। अगले कुछ ही दिनों में बीएसएफ की यह नई वर्दी बनकर तैयार हो जाएगी।
पूरे देश मे बीएसएफ की बटालियन हेडक्वाटर्स, सेक्टर हेडक्वाटर्स आदि पर इस नई वर्दी के कपड़े आ चुके हैं, जिन्हें जवानों के शरीर के माप अनुसार सिलवाया जा रहा है। आगामी कुछ दिनों में बीएसएफ के जवान, अधिकारी नई वर्दी में नजर आएंगे।
उन्होंने बताया कि पहले बीएसएफ वर्दी 50 प्रतिशत कॉटन और 50 प्रतिशत पॉलिएस्टर से बनी होती थी। अब नई वर्दी 80 प्रतिशत कॉटन, 19 प्रतिशत पॉलिएस्टर और एक प्रतिशत स्पैन्डेक्स से बनी होगी। यह अलग-अलग मौसम में जवानों के लिए काफी आरामदायक और हवादार होगी। अधिकारियों ने बताया कि रंग के मामले में नई वर्दी 50 प्रतिशत खाकी, 45 प्रतिशत हरा और पांच प्रतिशत ब्राउन रंग की होगी।
उन्होंने बताया कि गत 11 वर्षों के बाद बीएसएफ की वर्दी में बदलाव किया जा रहा है। इससे पहले वर्ष 2013 में बीएसएफ की वर्दी में बदलाव किया गया था। नयी वर्दी का डिजाइन बीएसएफ ने खुद तैयार किया है और इसका पेटेंट भी करवाया गया है ताकि बाजारों में डुप्लीकेट वर्दी नहीं बिक सके।