नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में लाल किला विस्फोट मामले में जांच एजेंसियों ने चांदनी चौक स्थित फैज़ इलाही मस्जिद से तब्लीगी जमात के कई सदस्यों को हिरासत में लिया है। कथित तौर पर यह मस्जिद वही है जहां कथित आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर नबी ठहरा था।
सूत्रों के मुताबिक संदिग्ध डॉ. उमर की मौजूदगी के कारण जमात के सदस्यों से पूछताछ की गई, हालांकि पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। मस्जिद प्रबंधन समिति से आगंतुकों के लिए रखे गए रिकॉर्ड का विवरण देने को कहा गया।
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने मामले में एक नई प्राथमिकी दर्ज की है, हालांकि मुख्य जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है। विशेष प्रकोष्ठ ने यह प्राथमिकी साजिश के पहलू की जांच शुरू करने के लिए दर्ज की है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के धौज और नूंह इलाकों और राष्ट्रीय राजधानी से सटे अन्य इलाकों में रात भर छापेमारी की, जिसमें एनआईए के अधिकारी भी शामिल थे। इस कार्रवाई के दौरान फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय के तीन डॉक्टरों को कथित तौर पर हिरासत में लिया गया है।
पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की है कि हिरासत में लिए गए डॉक्टरों में से दो के नाम मोहम्मद और मुस्तकीम हैं, जिन्हें नूंह इलाके से हिरासत में लिया गया था। सूत्र ने कहा कि ये दोनों डॉक्टर डॉ. मुज़म्मिल के संपर्क में थे। मोहम्मद और मुस्तकीम से पूछताछ जारी है। अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि विस्फोटकों की खरीद में उनकी कोई भूमिका थी या नहीं।



