अजमेर। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में निर्जला एकादशी के पावन अवसर पर चाणक्य प्रशासनिक भवन में विधि-विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्री गणेश प्रतिमा की स्थापना की गई। समारोह का शुभारंभ हवन-यज्ञ से हुआ, जिसमें विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी सपत्नीक मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. सोडाणी ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा स्थापित होने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और समृद्धि का वातावरण निर्मित होगा। श्री गणेश बुद्धि के दाता हैं, हम सब उनके आशीर्वाद से शिक्षा, शोध और प्रशासन के हर क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति करें — यही मेरी मंगलकामना है। मैं प्रार्थना करता हूं कि श्री गणेश की कृपा सदैव विश्वविद्यालय परिवार पर बनी रहे और हम सबका सर्वांगीण विकास हो।
कुलसचिव प्रिया भार्गव ने बताया कि विश्वविद्यालय परिवार की सामूहिक भावना एवं आमजन के सहयोग से यह श्री गणेश प्रतिमा स्थापना का समारोह विधिविधान के साथ भव्य रूप से सम्पन्न हुआ। विश्वविद्यालय परिजनों ने हवन यज्ञ में आहुति देकर सभी ने विश्व कल्याण की कामना की।
इस अवसर पर कोटा विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रो. बीपी सारस्वत भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। कोटा ज्वाइन करने के लिए प्रस्थान करने से पूर्व उन्होंने नवस्थापित श्री गणेश प्रतिमा का दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया और कहा कि यह विश्वविद्यालय मेरी बौद्धिक यात्रा की आधारभूमि रहा है। यहाँ आकर मन में श्रद्धा और कृतज्ञता की भावना जाग्रत होती है।
समारोह में विश्वविद्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारी, शिक्षकगण, कर्मचारी, शोधार्थी एवं छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रो. केसी शर्मा (पूर्व कुलपति), नेहा शर्मा (वित्त नियंत्रक), डॉ. सुनील टेलर (परीक्षा नियंत्रक) सहित प्रो. आशीष भटनागर, प्रो. अरविंद परीक, प्रो. शिवदयाल सिंह, प्रो. शिव प्रसाद, डॉ. लारा शर्मा, डॉ. विनोद जैन, डॉ. राजू शर्मा, डॉ. सूरज राव, डॉ. दिग्विजय सिंह, डॉ. तपेश्वर, डॉ. असीम, डॉ. जयंती, उमाशंकर शर्मा, राजेन्द्र तिवारी, राजकुमार गर्ग आदि गणमान्य जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन श्री गणेश आरती एवं प्रसाद वितरण से हुआ।