अजमेर। सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय ने शनिवार को संभागीय स्तर का प्री-गणतंत्र दिवस परेड कैंप सफलतापूर्वक आयोजित किया। कैंप में संभाग के विभिन्न महाविद्यालयों से चयनित 22 एनएसएस स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
इस कैंप का उद्देश्य युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और सांस्कृतिक चेतना को प्रोत्साहित करना था तथा गणतंत्र दिवस परेड के लिए प्रतिभागियों का चयन करना। कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या डॉ. विभा खन्ना एवं उच्च शिक्षा विभाग अजमेर संभाग के सहायक निदेशक डॉ. अनिल कुमार दाधीच ने किया।
डॉ. दाधीच खुद एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद् एवं प्रशासनिक अधिकारी हैं ने अपने युवाओं की राष्ट्र निर्माण में भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) जैसे मंच युवाओं को कर्तव्यनिष्ठ और जागरूक नागरिक बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने स्वयंसेवकों को गणतंत्र दिवस जैसे राष्ट्रीय उत्सवों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और उनके उत्साह की सराहना की।
कैंप के दौरान शारीरिक ड्रिल गतिविधियों के माध्यम से स्वयंसेवकों ने अनुशासन, तालमेल और सहनशक्ति का प्रदर्शन किया, वहीं सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में देश की विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। इन सभी गतिविधियों का मूल्यांकन विशेषज्ञों की जूरी द्वारा किया गया।
मुख्य निर्णायक के रूप में क्षेत्रीय एनएसएस निदेशालय की युवा अधिकारी करिश्मा टाक उपस्थित रहीं। उनके साथ डॉ. मीनाक्षी गहलोत एवं डॉ. नरेंद्र कुमार सह-निर्णायक के रूप में मौजूद रहे। डॉ. सीमा गोटवाल एवं डॉ. अशुतोष पारीक, जो कि कार्यक्रम अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं, ने इस पूरे शिविर को सफलतापूर्वक संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डॉ. हरभान सिंह, एनएसएस जिला समन्वयक, अजमेर, राज्य संपर्क अधिकारी (SLO) के नामित प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित रहे और उन्होंने शिविर की प्रक्रिया का निरीक्षण किया। कार्यक्रम में डॉ देवकी मीणा तथा डॉ योगिता मोतियानी का विशेष सहयोग रहा।
यह शिविर न केवल युवाओं के शारीरिक और सांस्कृतिक कौशल का मूल्यांकन था, बल्कि उनमें देशभक्ति, अनुशासन और नेतृत्व की भावना भी विकसित करने का एक सशक्त माध्यम बना। प्रतिभागियों का उत्साह और समर्पण इस कार्यक्रम को अत्यंत प्रभावशाली और सफल बना गया।