वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के मिर्जामुराद थाना क्षेत्र की एक युवती से इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर अपनी असली पहचान एवं धर्म छिपाकर जबरदस्ती विवाह करने वाले आरोपी को बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि सीतापुर निवासी युवक नसीम ने सोशल मीडिया पर अजय कुमार नाम से फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया हुआ था। उसने युवती पर धर्म परिवर्तन के लिए भी दबाव डाला था। पीड़िता की मां द्वारा थाने में दी गई तहरीर के बाद मामला सामने आया।
गत 29 अगस्त को नसीम युवती को झांसा देकर अपने साथ भगा ले गया था। उस समय युवती को यह बताया गया था कि वह हिन्दू है। बाद में जब उसकी असलियत खुली तो युवती ने विरोध शुरू कर दिया। नसीम ने युवती पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया तथा मारपीट और जान से मारने की धमकी भी दी। किसी तरह आरोपी के चंगुल से छूटकर पीड़िता कुछ दिन पहले घर लौटी और परिजनों को पूरी घटना बताई।
आरोपी नसीम के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 87, 64(2), 82(2), 115(2), 138 तथा उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म स्वतंत्रता परिवर्तन प्रतिषेध (संशोधन) अधिनियम-2024 की धारा 3/5(1) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि पेशे से ट्रक ड्राइवर नसीम ने इंस्टाग्राम के जरिए ही पीड़िता से संपर्क साधा था। लगातार बातचीत के दौरान उसने नजदीकियां बढ़ाईं। पूछताछ में नसीम ने कबूल किया कि वह मुस्लिम है लेकिन लड़की का भरोसा जीतने और उससे शादी करने की नीयत से उसने जानबूझकर अपना असली धर्म एवं नाम छिपाया और अजय नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाई ताकि वह खुद को हिन्दू दिखा सके।
उसने बताया कि असली धर्म बताने पर लड़की उस पर विश्वास नहीं करती, इसलिए उसने झूठ का सहारा लिया। नसीम ने यह भी स्वीकार किया कि दोनों ने आपस में शादी कर ली थी और उसकी मंशा थी कि शादी के बाद लड़की इस्लाम कबूल कर लेगी। अजय नाम से उसके पास कोई वैध पहचान पत्र या आधार कार्ड नहीं है। वह पीड़िता से मिलने वाराणसी आया था, तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया।



