जसीडीह-झाझा रेलखंड पर मालगाड़ी के 19 डिब्बे पटरी से उतरे, 9 बारुआ नदी में गिरे

पटना/जमुई। पूर्वी रेलवे में आसनसोल मंडल के अंतर्गत जसिडीह–झाझा रेलखंड पर कल देर रात लहाबन और सिमुलतला स्टेशनों के बीच एक मालगाड़ी के 19 डिब्बे पटरी से उतरे, जिनमें से 9 पुल से बारुआ नदी में गिर गए। इस हादसे के बाद संबधित रुट पर रेल परिचालन बाधित हो गया। रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू करने के लिए युद्धस्तर पर बहाली कार्य शुरू कर दिया है।

रेलवे सूत्रों के अनुसार यह हादसा बीती रात 11.30 बजे हुआ, जब 42 डिब्बों वाली यह मालगाड़ी दो इंजनों के साथ जमुई से झाझा की ओर जा रही थी। इस हादसे के बाद इंजन आगे निकल गए, जबकि पीछे के कई वैगन पटरी से उतर गए। इस दुर्घटना के दौरान बारुआ नदी क्षेत्र के पास नौ वैगन पूरी तरह पटरी से बाहर हो गए।

सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी और बहाली टीमें मौके पर पहुंचीं और युद्धस्तर पर मरम्मत व मलबा हटाने का कार्य शुरू किया। पटरी बहाल करने के लिए भारी मशीनें लगाई गई हैं। हादसे के 18 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी इस मार्ग पर रेल परिचालन बाधित है। रेलवे अधिकारी हादसे के कारणों की जांच कर रहे हैं।

इस बीच, पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) सरस्वती चंद्र ने बताया कि दुर्घटना के कारण प्रभावित रेलखंड की अप और डाउन दोनों लाइनों पर रेल परिचालन स्थगित कर दिया गया है, जिससे इस मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि जसिडीह–झाझा रेलखंड से गुजरने वाली अप और डाउन लंबी दूरी की ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों पर मोड़ा गया है या नियंत्रित किया गया है।

सीपीआरओ ने बताया कि सूचना मिलते ही आसनसोल, मधुपुर और झाझा से दुर्घटना राहत ट्रेनें (एआरटी) मौके पर भेजी गईं। वरिष्ठ रेलवे अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और सेवाओं की शीघ्र बहाली के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जा रहा है। इस हादसे में अब तक किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है। वहीं, आसनसोल मंडल के सूत्रों ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए आसनसोल, लहाबन, सिमुलतला, जसिडीह, मधुपुर और दुर्गापुर में हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।