मुंबई पुलिस का वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एक लाख की रिश्वत लेते अरेस्ट

मुंबई। महाराष्ट्र के मुंबई में पुलिसबल के भीतर व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बापूराव मधुकर देशमुख को कथित तौर पर 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार किया है।

एसीबी के एक अधिकारी ने आज यहां बताया कि देशमुख ने एक स्कूल के ट्रस्टी से कानूनी मामले में मदद करने के बदले में कुल ढाई लाख रूपए मांगे थे, जिनमें से पेशगी के तौर पर एक लाख रूपए की राशि लेते समय उन्हें कल देर रात उनके कार्या्लय परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर आज दोपहर एसीबी की एक विशेष अदालत में पेश किया गया। देशमुख मुंबई उपनगर शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन का नेतृत्व संभाल रहे थे। इनकी सेवानिवृत्ति में सिर्फ एक साल बचा है।

इस बीच एसीबी के अनुसार शिकायतकर्ता शिवाजी नगर इलाके में स्थित एक स्कूल का ट्रस्टी है। यह मामला पिछले साल 15 अगस्त का है जब एक समूह ने कथित तौर पर स्कूल के गेट का ताला तोड़ दिया और संपत्ति से जुड़े विवाद को लेकर जबरन परिसर में प्रवेश किया। ट्रस्टी ने शिकायत दर्ज कराने के लिए शिवाजी नगर पुलिस स्टेशन का रुख किया था और मामले को ‘चैरिटी कमिश्नर’ को भी सौंपा था।

परिसर में जबरन प्रवेश रोकने और चैरिटी कमिश्नर द्वारा अंतिम आदेश पारित किए जाने तक स्कूल की सुरक्षा के लिए आधिकारिक पुलिस सहायता की मांग करते हुए ट्रस्टी ने इंस्पेक्टर देशमुख से संपर्क किया।हालांकि पुलिस सहायता प्रदान करने के बजाय देशमुख ने कथित तौर पर पुलिस सुरक्षा सुनिश्चित करने और विरोधी समूह को परिसर में प्रवेश करने से रोकने के लिए 2.5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी।

वैध सेवाओं के लिए भुगतान करने के लिए तैयार नहीं होने पर ट्रस्टी ने एसीबी से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। सत्यापन प्रक्रिया के बाद एसीबी ने जाल बिछाया और देशमुख को मंगलवार रात अपने कार्यालय में 1 लाख रुपये की पहली किश्त लेते समय रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी के एक सूत्र के मुताबिक आगे की जांच में देशमुख की संपत्तियों की भी जांच की जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनके पास आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति है या नहीं।